Magh Purnima 2022: माघ मेला का पांचवां स्नान पर्व माघी पूर्णिमा 16 फरवरी को है. हिंदी पंचांग के अनुसार, इस दिन स्नान के लिए शुभ मुहूर्त 15 फरवरी की रात 9 बजकर 22 मिनट से शुरू होकर 16 फरवरी की रात 10 बजकर 20 मिनट तक रहेगा. स्नान को लेकर प्रशासन ने घाट पर सुरक्षा के इंतजाम शुरू कर दिए हैं. माघ मेला अधिकारी अरविंद चौहान के मुताबिक, मेला क्षेत्र में नौ घाट बनाए गए हैं. सभी घाटों पर सफाई का कार्य किया जा रहा है.
माघी पूर्णिमा के दिन लाखों श्रद्धालुओं के संगम पर पहुंचे की उम्मीद है. माघ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को आरटी-पीसीआर रिपोर्ट साथ लेकर आनी होगी. साथ ही कोरोना गाइडलाइंस का सख्ती से पालन किया जाएगा. इस दिन गंगा तट पर उत्सव जैसा माहौल रहता है. श्रद्धालु पूजा, जप, तप और दान करते हैं. ऐसी मान्यता है कि माघ पूर्णिमा के दिन दान करने से व्यक्ति के सारे दुख कट जाते हैं, और जीवन में खुशहाली का आगमन होता है.
माघ मेले में अब तक चार स्नान संपन्न हो चुके हैं. पांचवें स्नान पर्व पर लाखों श्रद्धालू संगम में डुबकी लगाएंगे. ऐसे में प्रशासन ने पहले से ही घाट पर शौचालय और रास्ते आदि को लेकर व्यवस्था शुरू कर दी है. माघी पूर्णिमा के स्नान को शाही स्नान के नाम से भी जाना जाता है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन स्नान को कुम्भ स्नान के बराबर माना जाता है. श्रुद्धालू स्नान के बाद पूजा और फिर दान करते हैं.