प्रयागराज : अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत से न केवल देश का संत समाज बल्कि धार्मिक आस्था रखने वाला प्रत्येक व्यक्ति दुखी और व्यथित है. ऐसी परिस्थिति में हर किसी के मन में महंत नरेंद्र गिरि के बारे में गहराई से जानने की उत्सुकता बनी है. लोग यह जानना चाहते हैं कि उनका जन्म कहां हुआ और उनके परिवार में और कौन-कौन है.
मीडिया की खबरों के अनुसार, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और बाघंबरी मठ के प्रमुख महंत नरेंद्र गिरि का जन्म प्रयागराज जिले के ही सराय ममरेज के छतौना गांव में हुआ था. उनका बचपन का नाम नरेंद्र सिंह था. खबरों के अनुसार, उनके पिता का नाम भानु प्रताप सिंह था और वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े हुए थे. खबरों के अनुसार, महंत नरेंद्र गिरि ने स्थानीय बाबू सरजू प्रसाद सिंह इंटर कॉलेज से हाईस्कूल की पढ़ाई पूरी की थी.
मीडिया की खबरों के अनुसार, महंत महेंद्र गिरि अपने चार भाइयों में मंझले भाई थे. उनके बाकी के तीन भाइयों के नाम अशोक कुमार सिंह, अरविंद कुमार सिंह और आनंद सिंह है. उनके दो भाई शिक्षिक हैं. इनमें से एक गाजियाबाद में पदस्थापित हैं, जबकि इनके तीसरे भाई होमगार्ड विभाग में तैनात हैं. उनकी दो बहन भी हैं, जिनकी शादी प्रतापगढ़ जिले में की गई है.
संन्यासी जीवन में प्रवेश करने के बाद हालांकि उनके अपने परिवार से नाता न के बराबर रहा, लेकिन अपने गांव वालों से ताल्लुकात बने रहे. बताया जा रहा है कि अपने गांव या फिर उसके आसपास के इलाकों में होने वाले प्रमुख कार्यक्रमों में वे बतौर मुख्य अतिथि शामिल भी होते रहे हैं.
Also Read: महंत नरेंद्र गिरि मामले में बोले सीएम योगी- इकट्ठा कर लिए गए हैं सबूत, हरेक घटना का होगा पर्दाफाश
महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत के बाद से न केवल उनके परिवार के लोग बल्कि पूरे इलाके के लोग स्तब्ध हैं. हर कोई यही कह रहा है कि नरेंद्र गिरि जैसा व्यक्ति आत्महत्या कर ही नहीं सकते. वे तो खद ही दूसरों को जीवन के महत्व के बारे में बताया करते थे. इस दुखद घटना की सूचना मिलने के बाद उनके गांव और उसके आसपास के लोग प्रयागराज स्थित बाघंबरी मठ पहुंचकर उनका दर्शन कर रहे हैं.