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महाशिवरात्रि पर पूरी रात श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे बाबा विश्वनाथ, विवाह की रस्म के साथ होगी आरती

महाशिवरात्रि के पावन मौके पर श्रद्धालुओं को पूरी रात काशी विश्वनाथ के दर्शन करने का मौका मिलेगा. इसके साथ ही बाबा विश्वनाथ के विवाह की रस्म, चारों प्रहर की आरती की जाएगी.

By Prabhat Khabar News Desk | February 27, 2022 4:21 PM

Varanasi News: महाशिवरात्रि के पावन मौके पर श्रद्धालुओं को पूरी रात काशी विश्वनाथ के दर्शन करने का मौका मिलेगा. इसके साथ ही बाबा विश्वनाथ के विवाह की रस्म और चारों प्रहर की आरती की जाएगी. बाबा विश्वनाथ के दरबार के पट 1 मार्च की सुबह खुलेंगे, जोकि 2 मार्च की रात शयन आरती के बाद ही बंद होंगे. इस बीच भोलेनाथ के भक्तों को आरती के दौरान झांकी दर्शन और पूजा-पाठ करने का मौका मिलेगा.

पूरी रात काशी विश्‍वनाथ के दर्शन का अवसर

दरअसल, महाशिवरात्रि के अवसर पर श्रद्धालुओं को पूरी रात काशी विश्‍वनाथ के दर्शन करने का मौका मिलेगा. देवी पार्वती के साथ उनके विवाह की रस्में रात की चार पहर की आरती में संपन्न की जाएगी. काशी विश्वनाथ धाम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने रविवार को बताया कि मंगलवार को महाशिवरात्रि है. मंगलवार की भोर से पहले मंगला आरती रात 2:15 बजे शुरू होगी और 3:15 बजे खत्म होगी. 3:30 बजे से बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए उनके दरबार के पट खुल जाएंगे. मध्याह्न भोग आरती दोपहर 12 बजे से 12:30 बजे तक होगी.

चार पहर की होगी आरती

इसके अलावा रात में चार पहर की आरती की जाएगी. पहले पहर की आरती 10:50 से शुरू होकर रात 12:30 बजे तक चलेगी. दूसरे पहर की आरती 1-2 मार्च की आधी रात बाद 1:20 बजे शुरू होकर 2:30 बजे तक चलेगी. तीसरे पहर की आरती 2 मार्च की भोर 3 बजे से 4:25 बजे तक होगी और चौथे पहर की आरती सुबह 5 बजे से शुरू होकर 6:15 बजे समाप्त होगी.

मोबाइल व ज्वलनशील पदार्थ की मंदिर में मनाही

श्रद्धालुओं से अपील है कि वह बाबा की आरती की समय सारिणी का ध्यान रखें. महाशिवरात्रि पर्व पर भक्तो कों मन्दिर परिसर में रेड कारपेट पर चलने का अवसर मिलेगा. सुरक्षा की दृष्टि से भक्तों को मोबाइल व ज्वलनशील पदार्थ मन्दिर परिसर में लेकर आने से मना होगा. सुरक्षा व्यवस्था में तैनात पुलिस कर्मियों की व्यवस्था बनाने में सहयोग करें. पुलिस कर्मियों को भी समझाया गया है कि किसी श्रद्धालु से दुर्व्यवहार की शिकायत न आए. श्रद्धालुओें को किसी भी प्रकार की असुविधा न होने पाए, इसके लिए मंदिर प्रशासन पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.

रिपोर्ट- विपिन सिंह

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