Bareilly News: सपा संस्थापक पूर्व मुख्यमंत्री और मैनपुरी लोकसभा सीट के सांसद मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद इस सीट उपचुनाव की घोषणा हो गई है. मैनपुरी लोकसभा सीट पर 5 दिसंबर को मतदान और 10 दिसंबर को काउंटिंग होगी. इसके लिए 12 नवंबर से नामांकन शुरू हो जाएंगे.
मगर, चुनाव का ऐलान होते ही सपा मुलायम सिंह यादव की विरासत यानी मैनपुरी सीट को बचाए रखने की जिद्दोजहाद में जुट गई है. मैनपुरी में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की विरासत संभालने का जिम्मा किसे दिया जाए, और कैसे बचाकर रखा जाए. इसको लेकर काफी कशमकश है.
मैनपुरी के पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव “तेजू”, अखिलेश यादव की पत्नी पूर्व सांसद डिंपल यादव, उनके चाचा प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव और पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव का नाम चल रहा है, लेकिन इसमें तेज प्रताप यादव “तेजू” का नाम लगभग फाइनल हो गया है. उनके नाम पर परिवार के लोग भी एक हो जाएंगे. इसके साथ ही उनके नाना हरिओम यादव तेज प्रताप सपा का विरोध भी नहीं करेंगे. क्योंकि, हरिओम यादव सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चाचा सांसद रामगोपाल यादव से रिश्ते खराब होने के कारण सपा छोड़ चुके हैं.
हरिओम यादव तेजप्रताप के नाना हैं. वह मैनपुरी में दबंग और जनाधार वाले नेता माने जाते हैं. मुलायम सिंह यादव के काफी खास थे. मगर, प्रो.रामगोपाल सिंह यादव से रिश्ते बेहतर न होने के कारण यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में सपा को अलविदा कहकर भाजपा में शामिल हो चुके हैं. भाजपा उनको प्रत्याशी बनाने की कोशिश में है. मगर, तेजू के लड़ने से वह तेजू के साथ आ जाएंगे.
सपा मुखिया अखिलेश यादव की बेटी अदिति यादव ने सोशल मीडिया पर रविवार रात अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव के एक प्रोग्राम में साथ होने की फोटो डाली थी. अदिति यादव ने फोटो कैप्शन में लिखा था ‘छोटे दादू जी एवं पापा जी एक प्रोग्राम में साथ में शामिल हुए’. इस फोटो में अखिलेश और शिवपाल सिंह पास-पास बैठे हैं. उनके पास में ही प्रदेश अध्यक्ष भी हैं.
मगर, इस फोटो के डालने के बाद तमाम लोगों ने शिवपाल सिंह यादव को मैनपुरी से चुनाव लड़ने की मांग रखी है. एक लक्ष्मण यादव नाम के युवक ने लिखा, अदिति बहन 2024 का चुनाव बिना छोटे दादा के साथ न लड़ें. पापा से बोलो कि दादू को साथ लेकर चले, तभी पार्टी का भला होगा, और कार्यकर्ताओं में जोश उत्पन्न होगा.
महेंद्र यादव ने लिखा अदिति आपसे नतमस्तक होते हुए एक सपाई विनम्र निवेदन कर रहा है कि, अपने पापा अखिलेश यादव जी से एक बार बोल दीजिए छोटे दादू जी को साथ लेकर चलें आपका बहुत आभार होगा. महेंद्र यादव ने लिखा एकजुट होना बहुत जरूरी है, नेताजी के कदमों पर चलना है. एकजुट होना बहुत जरूरी है. राजपाल यादव ने लिखा बहुत अच्छा परिवार को लेकर साथ में चलना चाहिए. हमारे देश और प्रदेश की यही संस्कृति है.
बंटू यादव ने लिखा, चाचा जी को साथ में लेकर चलो बहुत अच्छा होगा. आप के कार्यकर्ता और चाचा जी के कार्यकर्ता दोनों बहुत खुश और जोश आएगा. अभी सिंह यादव ने लिखा एक साथ हो जाएं, तो अच्छा है. अब लोग तरह तरह की बातें करने लगे. बहुत जरूरी है एक होना. अकेले कोई कुछ नहीं कर सकता. बीजेपी इसका फायदा उठा रही है. एसपी का वोट भी नाराज हो जाएगा. कुछ लोग अपने निजी स्वार्थ में लगे हुए हैं. पार्टी बर्बाद हो रही है.
अरविंद पाल सिंह यादव ने लिखा, ‘यह फोटो देखकर दादा जी के परिवार देखकर किसी को दुख हो रहा है. क्योंकि, वह नहीं चाहता. परिवार एक हो.’ अशोक कुमार वर्मा ने लिखा. ‘चुनाव में न तो छोटे दादू का जाने देंगे, न खुद जाएंगे.’ आशीष यादव ने लिखा चाचा जी और अखिलेश भैया दोनों लोग एक साथ रहे. यही प्रार्थना करता हूं. पीयूष यादव ने परिवार की एकता ही पार्टी को मजबूत बना सकती है. पार्टी के कार्यकर्ता की बस एक ही उम्मीद है.
मैनपुरी लोकसभा सीट पर कब्जा कायम रखने के लिए अखिलेश यादव ने लालू प्रसाद यादव से दिल्ली में मुलाकात की. वह सिंगापुर से लौटे थे. लालू प्रसाद यादव से मुलाकात कर मैनपुरी सीट पर प्रत्याशी को लेकर चर्चा हुई. इसमें तेज प्रताप यादव का नाम लगभग फाइनल हो गया है. तेज प्रताप यादव राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के दामाद हैं.
मैनपुरी लोकसभा सीट के उपचुनाव को लेकर सपा शिवपाल यादव पर भी दांव लगाने की कोशिश में थी. क्योंकि, उनकी विधानसभा जसवंत नगर मैनपुरी लोकसभा सीट में आती है. वह सबको मैनेज भी कर लेंगे. जसवंत नगर विधानसभा उपचुनाव में उनके स्थान पर उनके बेटे को लड़ाया जा सकता है. उनका मैनपुरी में कोई विरोध भी नहीं है.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली