Makar Sankranti पर दो लाख श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डूबकी, कोरोना गाइडलाइन की उड़ी धज्जियां

Makar Sankranti 2022 : मकर संक्रांति के अवसर पर प्रयागराज में करीब 2 लाख लोगों ने गंगा में आस्था की डूबकी लगाई. इस दौरान विभिन्न घाटों पर पहुंचे श्रद्धालु बिना मास्क के नजर आए.

By Prabhat Khabar News Desk | January 14, 2022 6:51 PM
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Makar Sankranti 2022 : मकर संक्रांति स्नान पर्व के साथ ही प्रयागराज में आज से माघ मेला 20022 की शुरुआत हो गई. हालांकि कल्पवास माघ पूर्णिमा 17 जनवरी से शुरू हो रहा है. वहीं, मकर संक्रांति के मौके पर संगम समेत 13 घाटों पर करीब दो लाख श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डूबकी लगाई. सूर्य निकलने के बाद अचानक संगम रोज और विभिन्न घाटों पर स्नानार्थियों की भीड़ देखने को मिली.

हालांकि, कोविड-19 की तीसरी लहर को देखते हुए और प्रशासन को अपील के कारण अन्य सालों की तुलना में भीड़ कम रही. माघ मेले में प्रवेश के लिए सभी चेकिंग प्वाइंट पर थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जा रहा है. इस दौरान प्रशासन की ओर से RTPCR की जांच के लिए व्यापक इंतजाम नजर नहीं आया.

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मकर संक्रांति के मौके पर संगम समेत प्रयागराज के विभिन्न घाटों पर पहुंचे श्रद्धालु, बड़ी संख्या में बिना मास्क ही नजर आए. इसके साथ ही चेकिंग पॉइंट पर भी स्नानार्थियों के लिए प्रशासन की तरफ से मास्क उपलब्ध कराने की व्यवस्था नहीं दिखी. स्नानार्थियों में बड़े बुजुर्ग, महिलाएं, बच्चे सभी नजर आए. इनमें कई लोग तो ऐसे भी थे, जिनके मुंह पर न तो मास्क दिखा, न ही कोरोना का डर.

कल्पवासियों का आना शुरू, खाक चौक में दिखी रौनक

मकर संक्रांति के मौके पर जहां करीब 2 लाख श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई, वहीं 17 जनवरी से शुरू हो रहे कल्पवासियों का भी आना शुरू हो गया है. माघ मेले के पांचों सेक्टर में से सबसे ज्यादा रौनक खास चौक में नजर आई. वहीं विभिन्न सेक्टर में शिविर लगाने का काम अभी भी जारी है. मेले आए संत महात्माओं का कहना है कि बारिश के कारण थोड़ी समस्या हुई है. कल्पवास शुरू होने तक मेले में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे. अंदाजा लगाया जा रहा है कि मौनी अमावस्या पर भीड़ जुटेगी.

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प्रशासन की तरफ से मेले में कराया गया है व्यापक इंतजाम

माघ मेले में श्रद्धालुओं की सुविधा के अनुसार 5 सेक्टर में बसाया गया है. आवागमन के लिए पांच पीपा पुल, 20 मुख्य मार्ग और 92 गाटा संख्या मार्ग बनाया गया है. कल्प वासियों और श्रद्धालुओं के शुद्ध पेय जल हेतु 190 किमी पाइप लाइन बिछाई गई है

स्वास्थ्य सुविधाओं हेतु मेले में 50-50 बेड के दो अस्पताल बनाया गया है. इसके साथ ही 12 स्वास्थ्य शिविर और 10 प्राथमिक उपचार केंद्र स्थापित किए गए हैं. इसके साथ ही आयुर्वेद और होम्योपैथिक स्वास्थ्य केंद्र भी बनाया गया है. जन सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए माघ मेले में 1390 सामुदायिक शौचालय और 3364 का नाम शौचालय बनाए गए हैं. माघ मेले में स्वच्छता के मद्दे नजर 1800 सफाई कर्मी लगाए गए हैं.

रिपोर्ट- एस के इलाहाबादी, प्रयागराज

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