Lucknow: शराब नीति घोटाले में फंसे दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया से जुड़े एक आरोपी मनोज राय के लखनऊ स्थित आवास पर सीबीआई ने शुक्रवार देर रात छापेमारी की. सीबीआई की एक टीम गोमती नगर के ओमेक्स हाइट्स में फ्लैट नंबर 1003 में पहुंची थी. लेकिन वहां आरोपी मनोज राय नहीं मिला. सीबीआई की टीम ने ओमेक्स हाइट्स के सुरक्षाकर्मियों व अन्य लोगों से जानकारी मांगी लेकिन उन्हें कुछ हासिल नहीं हो सका था.
सूत्रों के अनुसार मनोज राय शराब का कारोबार करने वाली एक कंपनी से जुड़ा है. वह सीबीआई की एफआईआर में नामजद है और छठे नंबर पर उसका नाम है. दिल्ली में जिन लोगों को शराब नीति में फायदा पहुंचाया गया. उनमें से एक मनोज राय भी है. सीबीआई अब उसके नये ठिकाने की तलाश कर रही है.
Also Read: मनीष सिसोदिया के सहयोगी को शराब कारोबारी ने दिए 1 करोड़, CBI की FIR की बड़ी बातें जानेंगौरतलब है कि दिल्ली में उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने गृह मंत्रालय से शराब नीति में घोटाले की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की थी. इसके बाद सीबीआई ने यह कार्रवाई शुरू की है. इस मामले में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसौदिया, आबकारी विभाग के चार अधिकारी, दो शराब कंपनियों सहित 15 लोगों पर एफआईआर की गयी है.
केंद्रीय गृह मंत्रालय के माध्यम से उपराज्यपाल वीके सक्सेना के कार्यालय को भेजे गए एक संदर्भ पर प्राथमिकी दर्ज की गई. सीबीआई ने आरोप लगाया है कि मनीष सिसोदिया और अन्य आरोपी लोक सेवकों ने निविदा के बाद लाइसेंसधारियों को अनुचित लाभ देने के इरादे से सक्षम प्राधिकारी की मंजूरी के बिना उत्पाद नीति 2021-22 से संबंधित सिफारिश की और निर्णय लिया.
सीबीआई ने आपराधिक साजिश और भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के प्रावधानों के तहत 17 अगस्त को एफआईआर दर्ज की थी. इसमें 15 लोगों का नाम है. डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के पास आबकारी विभाग की भी जिम्मेदारी है. उनका नाम एफआईआर में सबसे ऊपर है. इसके अलावा तत्कालीन आबकारी आयुक्त आरव गोपी कृष्ण, तत्कालीन उप आबकारी आयुक्त आनंद कुमार तिवारी, सहायक आबकारी आयुक्त पंकज भटनागर, नौ व्यवसायी को नामजद किया गया है.
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