Uttar Pradesh News: भारत अपनी संस्कृति के लिए पूरे विश्व में यूं ही इतना विख्यात नहीं है. भारतभूमि पर ऐसे कई संत और महात्मा हुए हैं जिन्होंने धर्म और भगवान को रोम-रोम में बसा कर दूसरों के सामने एक आदर्श के रुप में पेश किया है. आपने भगवान श्री कृष्ण (Lord Krishna) में सर्वस्व न्यौछावर करने वाली मीराबाई के बारे में पढ़ा और सुना भी होगा. ये तो बस एक उदाहरण है. भगवान की आस्था से जुड़े ऐसे ही ना जानें कितने भक्त होते हैं, जो भगवान की भक्ति में अपना सबकुछ न्यौछावर कर देते हैं. दिल्ली के एक बुजुर्ग साधक है जिनकी भगवान कृष्ण की भक्ति अनोखी है.
यूपी के मथुरा (Mathura) में रहने वाले रामगोपाल तिवारी (Ram Gopal Tiwari) लड्डू गोपाल (Lord Laddu Gopal) की भक्ति में ऐसे डूबे कि उन्हें अपना बेटा मान लिया. लड्डू गोपाल को पढ़ाने के लिए रोज स्कूल ले जाते हैं. ऐसे दुनिया का उद्धार करने वाले, गीता का ज्ञान देते वाले श्रीकृष्ण खुद अ, ब, स, द और ए, बी, सी, डी का ज्ञान ले रहे हैं. रामगोपाल तिवारी स्कूल में बच्चों के साथ लड्डू गोपाल हर दिन स्कूल में पढ़ने के लिए पहुंचते हैं. सुबह उन्हें स्कूल पहुंचाते समय पानी की बोतल और लंच भी रखा जाता है. स्कूल में बच्चों के बीच बैठकर लड्डू गोपाल प्राइमरी की शिक्षा ले रहे हैं.
दिल्ली निवासी रामगोपाल तिवारी सात वर्षों से तीर्थनगरी में रहते हैं. धार्मिक प्रवृत्ति के रामगोपाल की दिनचर्या अपने लाड़ले लड्डू गोपाल की सेवापूजा में बीतती है. अचानक उनके मन मे सवाल उठा कि सब बच्चे स्कूल पढ़ने जाते हैं, तो उनका लड्डू क्यों नहीं पढ़ सकता, जिसके बाद उन्होंने लड्डू गोपाल का एडमिशन स्कूल में कराया. फिलहाल स्कूल में बच्चों के बीच बैठकर लड्डू गोपाल प्राइमरी की शिक्षा ले रहे हैं. वह कक्षा दो से प्रमोट होकर अब कक्षा तीन में आ चुके हैं.