Mathura News: एक जिंदगी ले डूबी बच्चों की नासमझी, रमणरेती से लौट रहे 3 बच्चे यमुना में डूबे, एक की मौत

Mathura News: मथुरा में यमुना नदी पार कर रहे चार बच्चे पानी में डूब गए, जिसमें से एक बच्चे की मौत हो गई. बच्चे यमुना पार कर रमणरेती घूमने गए थे, लेकिन वापस लौटते समय हादसे का शिकार हो गए. घटनास्थल पर मौजूद नाविकों ने किसी तरह से दो बच्चों को बचा लिया.

By Prabhat Khabar News Desk | June 5, 2022 8:33 PM

Mathura News: धर्म नगरी मथुरा में यमुना नदी से दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है. यहां यमुना नदी पार कर रहे चार बच्चे पानी में डूब गए, जिसमें से एक बच्चे की मौत हो गई. चारों बच्चे थाना रिफाइनरी क्षेत्र स्थित कोयला अलीपुर घाट के पास स्थित गिर्राज वाटिका कॉलोनी के रहने वाले हैं. बच्चे यमुना पार कर रमणरेती घूमने गए थे, लेकिन वापस लौटते समय हादसे का शिकार हो गए. घटनास्थल पर मौजूद नाविकों ने किसी तरह से दो बच्चों को बचा लिया.

पैदल यमुना पार करने के कारण हुआ हादसा

प्राप्त जानकारी के अनुसार, गिरिराज वाटिका में रहने वाले राहुल पुत्र जयवीर सिंह, लव पुत्र जयवीर सिंह और छतर पुत्र दर्शन सिंह के साथ एक और बच्चा रविवार को थाना महावन क्षेत्र स्थित रमणरेती घूमने गए थे. रमणरेती घूमने के बाद चारों बच्चे यमुना नदी से वापस आ रहे थे. इन चारों में से तीन बच्चों ने सोचा कि यमुना नदी में कम पानी है जिसके बाद उन्होंने फैसला किया कि वह पैदल ही यमुना नदी पार करेंगे.

राहुल और लव को नाविकों ने बचा लिया

राहुल, लव और छतर सिंह जब पैदल यमुना नदी को पार करने लगे तो इस दौरान उनके रास्ते में यमुना नदी में स्थित एक गड्ढा आ गया, जिस गड्ढे में तीनों बच्चे फंस गए और डूबने लगे. तभी मौके पर खड़े नाविकों की नजर डूबते हुए बच्चों पर पड़ी तो वह यमुना नदी में उन्हें बचाने के लिए कूद पड़े. नाविकों ने जद्दोजहद कर यमुना नदी से राहुल और लव को निकाल लिया, लेकिन वह छतर को नहीं बचा पाए.

छतर सिंह को नहीं बचा सके नाविक

यमुना में डूबे तीसरे बच्चे को तलाशने के लिए नाविकों ने कई बार यमुना में छलांग लगाई और करीब ढाई घंटे की कोशिश के बाद नाविकों ने छतर सिंह को तलाश लिया, जिसके बाद उन्होंने छतर सिंह को किनारे पर लाकर देखा तो पानी के अंदर ज्यादा समय डूबे रहने से उसकी मौत हो चुकी थी. बच्चों के डूबने की जानकारी मिलते ही उनके परिजन भी यमुना घाट पर पहुंच गए. परिजनों ने जैसे ही छतर सिंह का शव देखा तो सभी में कोहराम मच गया.

रिपोर्ट- राघवेंद्र गहलोत

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