Mathura News: काशी की तरह मथुरा का भी होगा कायाकल्प, पीएम मोदी ने बीजेपी एमपी हेमा मालिनी से किए ये वादे
सांसद हेमा मालिनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर बताया है कि मथुरा के बांके बिहारी मंदिर, श्री गिरिराज जी दानघाटी और श्रीजी मंदिर बरसाना पर करोड़ों की संख्या में भक्तों जन आते हैं. मगर मंदिर तक पहुंचने वाले सकरे रास्ते और मंदिर के पास कम स्थान होने से तमाम परेशानियों से दो-चार होना पड़ता है.
Mathura News: मथुरा की सांसद हेमा मालिनी ने ब्रज के विकास को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. उन्होंने ठाकुर बांके बिहारी मंदिर, राधा रानी मंदिर और गोवर्धन के दानघाटी मंदिर का विकास काशी विश्वनाथ मंदिर की तरह करने की मांग की है. वहीं उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र भी भेजा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मौखिक रूप से सहयोग का आश्वासन दिया है.
इन तीन मंदिरों को भव्य कराने की मांग
प्राप्त जानकारी के अनुसार सांसद हेमा मालिनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर बताया है कि मथुरा के बांके बिहारी मंदिर, श्री गिरिराज जी दानघाटी और श्रीजी मंदिर बरसाना पर करोड़ों की संख्या में भक्तों जन आते हैं. लेकिन मंदिर तक पहुंचने वाले सकरे रास्ते और मंदिर के पास कम स्थान होने की वजह से तमाम श्रद्धालुओं को परेशानियों से दो-चार होना पड़ता है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से काशी विश्वनाथ मंदिर के आसपास जो व्यवस्थाएं की गई हैं. उसी तरह से इन तीनों मंदिरों के पास भी इसी तरह से व्यवस्थाएं की जाए ताकि अंतरराष्ट्रीय महत्व रखने वाले इन मंदिरों पर आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना ना करना पड़े. जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसद हेमा मालिनी को मौखिक रूप से उनके प्रस्ताव पर विचार करने और मथुरा की स्थिति बदलने का आश्वासन दिया है.
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कलाकारों के लिए पेंशन की मांग
भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने मंदिरों की व्यवस्था के साथ ही संसद में कलाकारों की परेशानियां भी उठाई हैं. उन्होंने संसद में कहा कि कलाकारों के लिए आर्थिक सहायता और पेंशन की व्यवस्था होनी चाहिए. इस समय कलाकारों का अस्तित्व संकट में है. सांसद हेमा मालिनी ने लोकसभा के शून्य काल में कहा कि हमारा भारत अपनी संस्कृति और सांस्कृतिक विरासत के कारण पूरे विश्व में प्रसिद्ध है. ऐसे में हमें अपनी संस्कृति और सांस्कृतिक कलाकारों को बचाना चाहिए क्योंकि यह कलाकार ही हमारी संस्कृति के आधार हैं.
रिपोर्ट : राघवेंद्र गहलोत