बरेली में मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बोले, जुलूस में डीजे या गाना बाजाना नाजायज, सिर तन से जुदा के लगे नारे
इस नारे की बजाए हमारे बुजुर्गों के पुराने नारे "प्यारे नबी की है ये शान बच्चा- बच्चा है कुर्बान" का नारा लगाएं. ये हिन्दुस्तानी नारा है. इस नारे में नबी के साथ बेपनाह मुहब्बत का इजहार होता है. इसके साथ ही इस नारे से किसी भारतीय के लिए हिंसात्मक कार्रवाई के लिए नहीं उभारता.
लगने लगे नारे…
अब शनिवार को ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने मुस्लिम कौम के नौजवनों से पाकिस्तान से प्रमोट होकर भारत में आए “सर तन से जुदा सर तन से जुदा” नारे को मुस्लिम नौजवान जुलूसे मौहम्मदी में न लगाने की बात कही है. इस नारे की बजाए हमारे बुजुर्गों के पुराने नारे “प्यारे नबी की है ये शान बच्चा- बच्चा है कुर्बान” का नारा लगाएं. ये हिन्दुस्तानी नारा है. इस नारे में नबी के साथ बेपनाह मुहब्बत का इजहार होता है. इसके साथ ही इस नारे से किसी भारतीय के लिए हिंसात्मक कार्रवाई के लिए नहीं उभारता. मौलाना ने कहा कि सर तन से जुदा वाला नारा गैर अख़लाकी, गैर कानूनी और गैर शरई है.
इस्लाम की शिक्षा के अनुसार…
आला हजरत ने अपने फतवे में लिखा है कि कानून को अपने हाथ में लेना जाईज़ नहीं है, और सजा देने का अधिकार हुकूमत का है. किसी व्यक्ति को ये अधिकार नहीं दिया जाता, कि वह खुद सजा मुकर्रर करें और खुद ही सजा दे. चाहे इस्लामी देश हो या लोकतांत्रिक देश हो.मौलाना ने कहा कि जुलूसे मौहम्मदी को पाकिज़गी और पैग़म्बरे इस्लाम की सीरत की रौशनी में निकाला जाना चाहिए. जुलूस में मुकम्मल तरीके से शरीयत की रौशनी में रखा जाए और भाग लेने वाला हर व्यक्ति शरीयत की पाबंदी करे.डीजे,गाना बजाना , नात की कैसिट पर रूमाल लैहराकर थिरकना ये सब नाजायज है.इस तरह के काम करने से जुलूस की धार्मिक गरीमा को नुक्सान पहुंचाता है, और सबाब के बजाए गुनाह मिलता है इसलिए जुलूस में कोई भी ऐसा कार्य न किया जाए जो पैग़म्बरे इस्लाम की शिक्षा के अनुसार नहीं है.
आईएमसी प्रमुख पटना में दिखाएंगे हरी झंडी
इत्तेहाद ए मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां बिहार की राजधानी पटना में आयोजित जुलुसे मुहम्मदी में शामिल होंगे. वह तकरीर करेंगे. मौलाना कोर टीम के साथ रवाना हो गए हैं. एक दिन पहले शुक्रवार को मौलाना का जन्मदिन था. जन्मदिन को उनके समर्थकों ने इत्तेहाद के रूप में मनाया.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद