Bareilly News: मौलाना की पीएम मोदी से मांग, राष्ट्रगान में गुजरात, मराठा की तरह UP का नाम भी हो शामिल

Bareilly News: बरेली में आइएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने पीएम नरेंद्र मोदी से राष्ट्रगान में बदलाव कराने की मांग की है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रगान में गुजरात और मराठा की तरह उत्तर प्रदेश का नाम भी शामिल होना चाहिए.

By Sohit Kumar | November 23, 2022 12:49 PM
an image

Bareilly News: इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल ( IMC) प्रमुख मौलाना तौकीर रज़ा खां ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राष्ट्रगान में बदलाव की मांग की है. उन्होंने पीएम को पत्र लिखकर राष्ट्रगान में गुजरात, सिंध और मराठा की तरह उत्तर प्रदेश समेत बाकी बचे राज्यों को नाम शामिल करने की मांग उठाई है.

पीएम नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में मौलाना ने कहा है कि, 27 दिसंबर 1911 को पहली बार भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में राष्ट्रगान जन गण मन गाया गया था. इसको देश की आजादी के बाद 24 जनवरी 1950 को राष्ट्रगान के रूप में अपनाया गया, अब तक हर एक भारतीय के लिए राष्ट्रीय गौरव और सम्मान का प्रतीक है.

ब्रिटिश जॉर्ज पंचम के सम्मान में लिखने का आरोप

मौलाना ने पत्र में लिखा है कि अधिनायक शब्द हो, या राष्ट्रगान को ब्रिटिश जॉर्ज पंचम के सम्मान में लिखे जाने के आरोप प्रत्यारोप लगते रहे हैं. मौलाना ने बताया कि, राजस्थान विश्वविद्यालय के 26वें दीक्षांत समारोह में तत्कालीन राज्यपाल कल्याण सिंह ने संशोधन की बात कही थी. आइएमसी प्रमुख ने हवाला देने के साथ ही 2018 में कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य रिपुड वोरा द्वारा पेश निजी प्रस्ताव में राष्ट्रगान संशोधन (जिक्र) कर अनुरोध किया है.

भारत का हिस्सा नहीं है सिंध प्रांत

राष्ट्रगान की वह पंक्ति जिस पर आरोप-प्रत्यारोप लगते रहे हैं. इसके साथ ही सिंध प्रांत भारत का हिस्सा नहीं है. इसका संशोधन कर उत्तर प्रदेश, दिल्ली सहित ऐसे प्रांत जिन का जिक्र राष्टगान में नहीं हो रहा है. उनको समायोजित किया जाए.

सरल होनी चाहिए राष्ट्रगान की भाषा

मौलाना ने कहा कि राष्ट्रगान की भाषा को सरल बनाया जाए. जिससे देश का आम व्यक्ति भी आसानी से समझ सकें. राष्ट्र के सम्मान में किस तरह के भाव प्रकट कर रहा है. आईएमसी प्रमुख को लिखे गए पत्र को ई मेल के साथ रजिस्टर्ड डाक द्वारा भेजा गया है.

रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली

Exit mobile version