Lucknow News: बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने बेकाबू होती महंगाई और बेरोजगारी को लेकर सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने जनता की बढ़ती समस्याओं के बावजूद सरकार पर समाधान करने के बजाय खामोश रहने का आरोप लगाया है.
बसपा सुप्रीमो शनिवार को ट्वीट किया कि देश में व्याप्त गरीबी व पिछड़ेपन के लाचार जीवन में महंगाई की मार तथा बेरोजगारी से त्रस्त मेहनतकश लोग हर दिन आटा, दाल-चावल व नमक-तेल आदि के महंगे दाम को लेकर सरकार को कोसते रहते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार इसका जवाब देने व उपाय ढूंढने के बजाय ज्यादातर खामोश बनी रहती है, ऐसा क्यों?
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि अब आटा का दाम भी एक साल में काफी महंगा होकर लगभग 37 रुपये प्रति किलो तक पहुंच जाने से लोगों में बेचैनी, हताशा व निराशा है, तो ऐसे में सरकार को अपनी निश्चिन्तता व लापरवाही आदि त्यागकर, इसके समाधान के गंभीर उपाय में जी-जान से जुट जाना ही समय की सबसे बड़ी मांग है.
उन्होंने कहा कि भारत जैसे विशाल आबादी वाले देश में यहां वर्षों से व्याप्त विचलित करने वाली गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई आदि अब असली राजनीतिक एवं चुनावी चिन्ता नहीं रही है, तब भी सभी सरकारों को इनके प्रति उदासीन बने रहकर देश की प्रगति व जनता की उन्नति में रोढ़ा बने रहना अनुचित व दुःखद है.
बसपा सुप्रीमो विभिन्न मुद्दों को लेकर सरकार पर लगातार हमलावर बनी हुई हैं. उन्होंने बीते दिनों कहा कि यूपी में बीएसपी सरकार में लोगों को रोजगार तथा बुनियादी सुविधाओं से युक्त नए पक्के मकान व भूमि आदि भी फ्री में लाखों परिवारों को आवंटित करके यहां गरीबों का जीवन धन्य होते हुए सभी ने देखा. लेकिन, पहले सपा व अब भाजपा सरकार में भी वैसी खास प्रगति क्यों नहीं?
मायावती ने कहा कि यूपी में देशी व विदेशी पूंजीनिवेश के लिए सरकार का अनवरत प्रयास जरूरी हैं. लेकिन, यह केवल खेती भूमि के अधिग्रहण तथा राजनीतिक एवं चुनावी स्वार्थ तक ही सीमित नहीं होना चाहिए. यूपी जैसे अति-गरीबों के पिछड़े प्रदेश में डबल इंजन की सरकार में वैसी ही तेज प्रगति भी लोगों को दिखनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि यूपी की समग्र प्रगति, विकास व लोगों की रोजी-रोटी के साथ ही उनकी सुरक्षा व आत्म-सम्मान के लिए बीएसपी की हुकूमत मे जो कुछ खास काम किया वह अपने बलबूते पर किया गया. यमुना के साथ गंगा एक्सप्रेसवे व जेवर एयरपोर्ट भी तब बन जाता अगर केन्द्र की कांग्रेस सरकार ने थोड़ा सहयोग किया होता.