सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और आजम खां के बीच हुई मुलाक़ात, क्या रामपुर के उपचुनाव पर बन जाएगी बात?
अहम बात यह है कि जेल से छूटने के बाद पहली बार इन दोनों नेताओं के बीच मुलाक़ात हो रही है. यह भेंटवार्ता इसलिए भी अहम है कि आजम और अखिलेश के बीच दूरियों वाली खबरों के चलते रामपुर सपा की पकड़ से बाहर होता जा रहा है. ऐसे में यह वार्ता अखिलेश की ओर से किया जा रहा डैमेज कंट्रोल भी कहा जा रहा है.
Akhilesh Meets Azam Khan: दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में बुधवार को एक सियासी मुलाक़ात हुई. सपा विधायक आजम खां और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के बीच भेंट हुई. आजम वहां करीब तीन दिनों से भर्ती हैं. अहम बात यह है कि जेल से छूटने के बाद पहली बार इन दोनों नेताओं के बीच मुलाक़ात हो रही है. यह भेंटवार्ता इसलिए भी अहम है कि आजम और अखिलेश के बीच दूरियों वाली खबरों के चलते रामपुर सपा की पकड़ से बाहर होता जा रहा है. ऐसे में यह वार्ता यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश की ओर से किया जा रहा डैमेज कंट्रोल भी कहा जा रहा है.
कपिल सिब्बल बने ‘पुल’
लखनऊ के सियासी गलियारों में यह चर्चा आम है कि यह बैठक सपा के समर्थन से राज्यसभा पहुंचने की तैयारी कर रहे पूर्व कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल की मेहनत का नतीजा है. दरअसल, यूपी में दो सपा सांसदों के इस्तीफे से खाली हुई सीटों पर उपचुनाव होना है. आजमगढ़ से अखिलेश यादव और रामपुर से आजम खां ने सांसद पद से इस्तीफा दिया है. दोनों अब विधायक हो चुके हैं. रामपुर के उपचुनाव में सीट को लेकर सपा सुप्रीमो और आजम खां के बीच मनमुटाव की बात कई दिनों से चल रही है. अखिलेश यादव इस सीट से आजम खान के परिवार के ही किसी सदस्य को मैदान में उतारने पर विचार कर रहे हैं. इसके लिए उनकी पत्नी, बहू या परिवार के किसी अन्य सदस्य पर भी विचार किया जा रहा है.
आधिकारिक बयान जारी नहीं किया
ऐसे में दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती आजम से अखिलेश की मुलाकात का मुख्य केंद्र यह चुनाव ही बताया जा रहा है. वहीं, सपा के मुस्लिम और यादव समीकरण में दरार पड़ने की आशंकाओं को भी इस भेंटवार्ता के साथ ही खत्म करने की कोशिश की जा रही है. हालांकि, अब तक इन दोनों की मुलाक़ात को लेकर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है. मगर सियासत के जानकारों के लिए यह एक बड़ी खबर है.