Jaunpur News: उत्तर प्रदेश के बांदा के दो दिन के दौरे पर आये प्रदेश के युवा कल्याण एवं खेलकूद राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीश चंद्र यादव को रविवार की रात सोते समय चूहे ने काट लिया. अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि सांप के डसने का संदेह होने के चलते मंत्री की तबीयत बिगड़ने लगी.
हालांकि, बाद में चूहे के काटने की पुष्टि होने पर मरहम-पट्टी कर उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. गिरीश चंद्र यादव ने बताया कि बांदा जिले के डाक बंगले में उन्हें किस जीव ने काटा था, यह पता नहीं परन्तु जिस स्थान पर कटा था वहां से रक्तस्राव अधिक हुआ. जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डॉ. एसएन मिश्रा ने बताया कि दो दिवसीय दौरे पर बांदा आए खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव रविवार रात मवई बाईपास स्थित सर्किट हाउस के कमरा संख्या छह में रुके थे.
उन्होंने बताया कि देर रात करीब तीन बजे उन्हें महसूस हुआ कि किसी जीव ने उनके दाएं हाथ की उंगली काट ली है. डॉ. मिश्रा के मुताबिक, आसपास जंगल होने की वजह से मंत्री को शक हुआ कि उन्हें सांप ने डंस लिया है और इसी घबराहट में उनकी तबीयत बिगड़ने लगी. उन्होंने बताया कि मंत्री को फौरन अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां जांच में पता चला कि उन्हें सांप ने नहीं, बल्कि चूहे या छछूंदर ने काटा है.
मिश्रा के अनुसार, सांप के न डसने की पुष्टि होने के बाद मंत्री की तबीयत में सुधार होने लगा और उन्हें सुबह छह बजे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. अधिकारी ने बताया कि यादव अब बिल्कुल स्वस्थ हैं और वह सोमवार सुबह लखनऊ के लिए रवाना हो गए. जौनपुर से मिली खबर के अनुसार गिरीश चन्द्र यादव ने बताया कि बांदा जिले के डाक बंगले में उन्हें किस जीव ने काटा था, यह पता नहीं परंतु जिस स्थान पर कटा था वहां से रक्तस्राव अधिक हुआ. उन्होंने बताया कि आधी रात में गहरी नींद में उन्हें हाथ मे तेज दर्द का एहसास हुआ तो उनकी नींद खुल गई और जब देखा तो हाथ की उंगली में कटे का निशान था और अत्यधिक रक्त स्राव हो रहा था.
यादव ने बताया कि इसके बाद वह तुरंत अपने ड्राइवर और गनर के साथ जिला अस्पताल गये जहां कुशल चिकित्सकों की देख रेख में इलाज किया गया. उन्होंने बताया कि रक्तचाप में थोड़ी बढ़ोतरी होने के कारण तीन घंटे तक चिकित्सकों ने पर्यवेक्षण में रखा और सब कुछ सामान्य होने पर अस्पताल से छुट्टी दे दी. उल्लेखनीय है कि यादव (47) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बांदा जिले में जमीनी स्तर पर शासन की योजनाओं की जानकारी लेने गये थे. मुख्यमंत्री ने हाल ही में निर्देश जारी किए थे कि मंत्रियों के साथ-साथ अधिकारियों को भी अपने आधिकारिक दौरे के दौरान होटलों में रहने की बजाय सरकारी अतिथि गृह और सर्किट हाउस में प्रवास करना चाहिए.