Bareilly News: भोजीपुरा विधानसभा से विधायक शहजिल इस्लाम की समाजवादी पार्टी (सपा) से दूरियां लगातार बढ़ रही हैं. बुधवार शाम को सपा की ओर से पार्टी कार्यालय पर आयोजित रोजा इफ्तार में भी शहजिल इस्लाम नहीं पहुंचे. सपा विधायक के साथ ही उनसे जुड़े लोग भी इफ्तार में नहीं थे. जिसके चलते रोजा इफ्तार में लोगों की संख्या पहले के वर्षों में होने वाली इफ्तार के मुकाबले काफी कम थी.
शहजिल इस्लाम एक दिन पूर्व शहर के पीलीभीत बाईपास पर आयोजित रजा एक्शन कमेटी (आरएसी) की ओर से आयोजित रोजा इफ्तार में शामिल हुए थे, लेकिन सपा की रोजा इफ्तार में शामिल न होने के बाद से सपा के साथ ही अन्य पार्टियों में भी चर्चा शुरू हो गई है. सपा कार्यालय पर हर साल रोजा इफ्तार का आयोजन होता है. मगर, कोरोना वायरस के चलते पिछले 2 वर्ष से रोजा इफ्तार का आयोजन नहीं हुआ था.
तीसरे साल में बुधवार को आयोजित रोजा इफ्तार में पूर्व सांसद प्रवीण सिंह ऐरन, पूर्व मंत्री भगवत शरण गंगवार, पूर्व विधायक विजयपाल सिंह, पूर्व विधायक सुल्तान बेग, पूर्व मेयर सुप्रिया ऐरन, पूर्व मेयर आईएस तोमर, जिलाध्यक्ष शिवचरन कश्यप, महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी,राजेश अग्रवाल,पूर्व महानगर अध्यक्ष कदीर अहमद, जाहिद खां, जफर बेग, डॉ.अनीस बेग, पार्षद शमीम अहमद, संजीव यादव समेत पदाधिकारी मौजूद थे.
मगर, अधिकांश प्रमुख नेता भी गायब दिखे, लेकिन हर किसी की निगाह विधायक शहजिल इस्लाम पर लगी थी, क्योंकि वह एक दिन पूर्व आरएसी की रोजा इफ्तार में शामिल हुए थे. ऐसे में अब उनके अगले कदम को लेकर भी चर्चा शुरू हो गई हैं.
सपा ने 16 दिन बाद विधायक के मामले में नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद संजय लाठर की अध्यक्षता में जांच कमेटी बनाई थी. यह कमेटी 26 अप्रैल यानी मंगलवार को बरेली आई. 12 सदस्यीय कमेटी ने विधायक के फार्म हाउस (निवास) के बाहर स्थित बीडीए द्वारा ध्वस्त किए गए पेट्रोल पंप पर जांच पड़ताल की. इसके बाद सर्किट हाउस आकर डीएम-एसएसपी से मुलाकात की. इस टीम ने बीडीए की कार्रवाई को गलत बताया था. इस दौरान सपा विधायक एवं उनके परिवार के किसी सदस्य ने कमेटी के किसी सदस्य से मुलाकात नहीं की.
सपा विधायक के एक अप्रैल को सम्मान समारोह में दिए गए तथाकथित बयान को लेकर बारादरी थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था. इसके बाद रामपुर रोड के परसाखेड़ा में स्थित पेट्रोल पंप पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई. इस घटना के बाद सपा प्रमुख ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट तक नहीं किया था.
मगर, 16 दिन बाद शाहजहांपुर के तिलहर विधानसभा से चुनाव लड़ने वाले रोशन लाल वर्मा के अस्पताल गिरने के बाद पार्टी ने कमेटी बनाई थी. इसको लेकर ही विधायक शहजिल इस्लाम की याद आई. इसके बाद कमेटी बनाकर फॉर्मेलिटी करने की चर्चा सियासी गलियारों के साथ ही आम जुबां पर भी है. इसी को लेकर सपा विधायक भी नाराज बताएं जा रहे हैं.
रिपोर्ट: मुहम्मद साजिद