विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने मंगलवार को बिहार में बढ़ती आपराधिक घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अब बिहार पुलिस को अपराध रोकने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस से सीख लेनी चाहिए. हालांकि, उन्होंने इसे जंगलराज कहने से इंकार किया लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि अगर घटना के बाद भी अधिकारी नहीं काम कर रहे हैं, तो इसे जंगलराज ही कहा जाएगा.
सिवान में पत्रकारों से चर्चा करते हुए मुकेश सहनी ने कहा कि कानून व्यवस्था की स्थिति पूरे बिहार में खराब है लेकिन उसमें भी सबसे खराब हालत सिवान की है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यहां के अधिकारी काम करना ही नहीं चाहते हैं. उन्होंने कहा कि नए पुलिस महानिदेशक (DGP) से लोगों को काफी उम्मीद थी. उन्होंने पुलिस अधिकारियों से अपराधियों को दौड़ाने की बात कही थी, लेकिन शायद कुछ नहीं हुआ. अगर अपराधी दौड़ेंगे नहीं तो आपराधिक घटनाएं तो बढ़ेगी ही.
वीआईपी प्रमुख ने पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां घटनाएं हुई तो पुलिस ने अपराधियों को ढूंढकर इनकाउंटर किया. उन्होंने जंगलराज कहने के संबंध में पूछे जाने पर कहा कि यह कहना उचित नहीं, सभी राज्यों में आपराधिक घटनाएं होती हैं. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अगर घटना के बाद भी अधिकारी नहीं काम कर रहे हैं, तो इसे जंगलराज ही कहा जाएगा.
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मुकेश सहनी ने लोकसभा चुनाव से संबंधित एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि वीआईपी पूरी मजबूती से चुनाव में उतरेगी. उन्होंने साफ करते हुए कहा कि यहां दो गठबंधन हैं, किसी गठबंधन के साथ जाकर ही वीआईपी चुनाव मैदान में उतरेगी. सहनी ने कहा कि फिलहाल पार्टी को मजबूत करने और जनता की राय जानने के लिए वे जिलों का दौरा कर रहे हैं, लोगों की राय ले लेने के बाद यह तय होगा कि किस गठबंधन के साथ जाना है.