मुलायम सिंह यादव की जयंती पर सैफई में जुटे समाजवादी, नेताजी के बताये रास्ते पर चलने का लिया संकल्प

समाजवादी पार्टी के संरक्षक एवं पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव की 84वीं जयंती सैफई में सादगी से मनाई गई. सबसे पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव व अन्य परिवारीजनों ने नेताजी की समाधिस्थल पर जाकर पुष्पांजलि अर्पित की. अखिलेश यादव ने कहा कि यहां के लोगों ने नेताजी का संघर्ष देखा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 22, 2022 7:48 PM

Safai News: समाजवादी पार्टी के संरक्षक एवं पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव की 84वीं जयंती सैफई में सादगी से मनाई गई. इस मौके पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि आज हम सभी नेताजी को याद कर रहे हैं. नेताजी ने हमें समाजवाद, भाईचारा और सौहार्द का जो रास्ता दिखाया, उस पर चलकर समाजवादी आंदोलन को ऊंचाई पर ले जाने का हमें संकल्प लेना है. इससे पहले अखिलेश यादव व अन्य परिवारीजनों ने नेताजी की समाधिस्थल पर जाकर पुष्पांजलि अर्पित की.

अखिलेश यादव ने कहा कि यहां के लोगों ने नेताजी का संघर्ष देखा है. सैफई इटावा, मैनपुरी के आसपास जो विकास दिखाई दे रहा है, वह नेताजी ने किया था. नेता जी ने हर क्षेत्र में ऐतिहासिक काम किया. जब रक्षा मंत्री बने तब देश की रक्षा करते हुए शहीद जवानों का पार्थिव शरीर उनके घर तक पहुंचाने का इंतजाम किया. शहीद जवानों को पूरा सम्मान दिलाया. नेताजी ने समाजवाद का रास्ता दिखाया और समाजवादी आंदोलन को खड़ा किया. जिन आर्थिक और राजनीतिक चुनौतियों से जीवन भर संघर्ष किया, उन पर चलकर समाजवादी विचारधारा को मजबूत करेंगे.

राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरनमय नंदा ने कहा कि नेताजी हर कार्यकर्ता के मन में हैं. नेताजी देश के सबसे बड़े धर्मनिरपेक्ष नेता थे. उन्होंने जो रास्ता दिखाया, उसी रास्ते पर समाजवादी पार्टी और हम लोग चलेंगे. अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी को देश में आगे बढ़ायेंगे. उन्होंने कहा कि नेताजी पूरे देश में हर जाति-धर्म, वर्ग में लोकप्रिय थे. कार्यकर्ताओं के दिलो-दिमाग में वे हमेशा जीवित रहेंगे. हम लोग अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी को मजबूत करेंगे.

पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव एवं राज्य सभा सदस्य प्रो. रामगोपाल यादव ने कहा गरीब, पिछड़े, दलित और अगड़ों में जो कमजोर थे, उन्हें नेताजी ने स्वाभिमान से रहने का रास्ता दिखाया. नेगरीबों के उत्थान में नेताजी का योगदान बहुत बड़ा है. पीढ़ियां युगों-युगों तक उन्हें याद करेंगी. उन्होंने गरीबों को विधानसभा और लोकसभा में पहुंचाने का काम किया.

पूर्व सांसद व कवि उदय प्रताप सिंह ने कहा कि नेताजी 1958 में मेरे छात्र थे. फिर हमारे साथ अध्यापक रहे. फिर हमारे नेता रहे. हमारा 64 वर्षों का साथ रहा. नेताजी इतने लोकप्रिय हुए कि उनके नाम से पूरा इटावा-मैनपुरी इलाका जाना जाता है. उनके राजनीति में आने के बाद बहुत बड़ा बदलाव आया. नेताजी सबके सुख-दुःख में शामिल होते थे. उनके लिए लड़ाई लड़ते थे.

प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि नेताजी भले आज हम सबके बीच नहीं हैं लेकिन उनकी यादें जिंदा है. उनके साथ लंबे समय तक कार्य करते हुए बहुत कुछ सीखने का अवसर मिला. नेताजी ने हमको ही नहीं बहुत से लोगों को ऊंचाइयों तक पहुंचाया.। नेताजी बहुत अच्छे पहलवान और शिक्षक रहे. उन्हें देश ही नहीं दुनिया में लोग जानते है. उन्होंने जाति और मजहब से ऊपर उठकर किसानों, नौजवानों, गरीबों, महिलाओं के उत्थान के लिए काम किया. नेताजी के आदर्शों पर चलना है. उनके अधूरे सपनों को पूरा करना है.

पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि आज हम लोग अपने महान नेता को याद कर रहे हैं. हम लोगों ने उनके नेतृत्व में पहली बार समाजवाद की सरकार बनायी थी. नेताजी के कार्य सदियों तक याद किए जाएंगे. वरिष्ठ नेता रामगोविंद चौधरी ने कहा कि नेताजी ने पूंजीवादी और सांप्रदायिक शक्तियों को परास्त कर समानता और धर्मनिरपेक्ष विचारधारा को मजबूत करने का काम किया.

इस मौके पर बलराम यादव, धर्मेंद्र यादव, तेज प्रताप यादव, इंद्रजीत सरोज, अंबिका चौधरी, अनुराग यादव, पवन पांडेय, आनंद भदौरिया, सुनील सिंह साजन, आशु मलिक, जासमीर अंसारी, अखिलेश कटियार, डॉ. आशुतोष वर्मा, उदय प्रकाश, आरएस कुशवाहा, काशीनाथ यादव, सरिता शर्मा, रवि राजा, अंशुल यादव, आदित्य यादव, डॉ. राजपाल कश्यप, रामबृक्ष यादव, सईदा खातून, पूनम सरोज, आरके वर्मा आदि मौजूद थे.

Next Article

Exit mobile version