करहल के बाद जौनपुर के मल्हनी में मोर्चा संभालेंगे मुलायम सिंह यादव, जानें यहां का सियासी समीकरण
सपा संरक्षक और यूपी के पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव दूसरी बार पार्टी के लिए चुनाव प्रचार करेंगे. मुलायम सिंह यादव तीन मार्च को जौनपुर की मल्हानी विधानसभा में जनसभा को संबोधित करेंगे.
UP Election 2022: यूपी विधानसभा चुनाव के लिए पांच चरण का चुनाव संपन्न हो चुका है, बाकी दो चरण का चुनाव संपन्न होने के बाद 10 मार्च को नई सरकार की घोषणा कर दी जाएगी, लेकिन इससे पहले सभी राजनीतिक पार्टियों ने आगामी दो चरण के लिए अधिक से अधिक वोटबैंक को अपने पाले में लाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. इस क्रम में सपा संरक्षक और यूपी के पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव दूसरी बार पार्टी के लिए चुनाव प्रचार करेंगे.
मल्हनी में जनसभा करेंगे मुलायम सिंह यादव
दरअसल, यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के लिए मुलायम सिंह यादव ने अपने बेटे और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के लिए मैनपुरी की करहल विधानसभा में जनसभा को संबोधित किया और बेटे के लिए वोट मांगा. ऐसे में अब मुलायम सिंह यादव जौनपुर की मल्हनी में जनसभा करने आ रहे हैं. यहां 3 मार्च सपा संरक्षत जनसभा को संबोधित करने पहुंचेंगे. मल्हनी से सपा के नेता और मुलायम सिंह के करीबी स्वर्गीय पारसनाथ यादव के बेटे लकी यादव चुनावी मैदान में हैं.
मल्हानी विधानसभा सीट का सियासी समीकरण
जौनपुर जिले की मल्हानी सीट पर यादव, ब्राह्मण और क्षत्रिय मतदाता निर्णायक भूमिका में है. यह सीट 2012 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई थी. यहां सपा और निर्दलीय कैंडिडेट धनंजय सिंह के बीच मुकाबला होता रहता है. 2012 में रारी का भौगोलिक क्षेत्र बदला और कई ब्लॉक को मिलाकर मल्हानी विधानसभा सीट बनाई गई थी. 2017 में सपा के पारसनाथ यादव ने निषाद पार्टी के धनंजय सिंह को हराया था. वहीं, 2020 के उपचुनाव में सपा के लकी यादव चुनाव जीते थे. मल्हानी विधानसभा सीट पर 7 मार्च को मतदान होना है.
मल्हानी का सियासी इतिहास
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2020 उपचुनाव- लकी यादव- सपा
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2017, 2012- पारसनाथ यादव- सपा
जातिगत आंकड़े (अनुमानित)
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यादव- 90 हजार
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एससी- 60 हजार
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क्षत्रिय- 45 हजार
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ब्राह्मण- 35 हजार
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मुस्लिम- 24 हजार
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वैश्य- 10 हजार
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मौर्य- 10 हजार
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पाल- 9 हजार
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सोनकर- 3 हजार
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अन्य- 57 हजार
मल्हानी विधानसभा में मतदाता
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कुल मतदाता- 3,40,165
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पुरुष- 1,80,425
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महिला- 1,65,414
मल्हानी की जनता के मुद्दे
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सड़कों की खराब हालत से परेशानी.
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कई इलाके में जल निकासी की समस्या.