उत्तर प्रदेश के मुरादनगर में श्मशान घाट पर छत गिरने से अब तक 23 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि कम से कम 15 अन्य घायल हैं. जिसमें 5 की हालत बेहद खराब बतायी जा रही है. सभी लोग एक व्यक्ति के अंतिम संस्कार में पहुंचे थे.
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे की जांच का आदेश दे दिया है और मृतकों के आश्रितों को दो-दो लाख रुपये देने का ऐलान किया. इधर हादसे के बाद से श्मशान घाट की शेड का काम कराने वाला ठेकेदार फरार हो गया है.
दो महीने पहले ही बना था श्मशान घाट का शेड
बताया जा रहा है कि श्मशान घाट के शेड का जीर्णोद्धार दो महीने पहले ही हुआ था. इसके लिए 50 लाख रुपये का टेंडर अजय नाम के व्यक्ति को दिया गया था. हादसे की खबर के बाद ठेकेदार फरार हो गया है, जिसकी तलाश की जा रही है.
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निर्माण में हुआ घटिया सामग्री का इस्तेमाल
नगर पालिका के एक अधिकारी के अनुसार शेड के निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया था. उन्होंने बताया, नगर पालिका की ओर से इस श्मशान की चारदीवारी और सौंदर्यीकरण के लिए 50 लाख का टेंडर अजय त्यागी को दिया गया था.
कैसे हुआ हादसा
पुलिस ने बताया कि जब छत ढही, तो बारिश से बचने के लिए कई लोग इमारत के नीचे खड़े थे जिसे हाल ही में बनाया गया था. इस हादसे में जिन लोगों की मौत हुई, वे सभी पुरूष और जयराम के रिश्तेदार या पड़ोसी थे, जिनका उस वक्त वहां अंतिम संस्कार हो रहा था.
बचावकर्मी यह सुनिश्चित करने के लिए घंटों तक मलबा हटाते रहे कि कहीं कोई और उसमें न फंसा हो. यह हादसा मुरादनगर के उखलारसी में हुआ और इस घटना के बाद श्मसान घाट पर सबसे पहले स्थानीय लोग पहुंचे. उसके बाद पुलिस पहुंची और फिर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की इकाई पहुंची.
सभी मलबे से मृतकों एवं घायलों को निकालने में जुट गये. गाजियाबाद ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक इराज राजा ने बताया कि इस घटना में 23 लोगों की मौत होने के अलावा 15 अन्य को घायल अवस्था में विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. शाम तक उनमें से कम से कम 18 की पहचान कर ली गयी.