Varanasi News: ज्ञानवापी मस्जिद के तहखाने का वीडियो वायरल होने पर मुस्लिम पक्ष के अधिवक्ता अभयनाथ यादव ने कहा कि यह बहुत बड़ा षड्यंत्र और संगीन मामला है. उन्होंने कहा कि, मुस्लिम पक्ष इस पर अलग से आवेदन कोर्ट में दाखिल करेगा और जो भी वीडियो लीक हो रही है, उसके जांच की मांग की जाएगी, जो भी दोषी होंगे, उन पर कार्रवाई की मांग की जाएगी.
काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत कुलपति तिवारी के याचिका दायर करने पर अधिवक्ता अभयनाथ यादव ने कहा कि कई लोग चमकने के लिए रोटी सेंकने आगे आएंगे. मेरी लड़ाई लोकप्रियता हासिल करने के लिए नहीं है. हिन्दू पक्ष की ओर से बाबा मिलने की बात कही जा रही है. इसका मतलब काशी विश्वनाथ मंदिर में जिस ज्योतिर्लिंग की पूजा हो रही है वो डुप्लीकेट है, क्योंकि दो ज्योतिर्लिंग एक साथ नहीं हो सकते.
मुस्लिम पक्ष के अधिवक्ता अभयनाथ यादव ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने यह दिशानिर्देश कर दिया है कि पहले इस मामले में मुकदमे की मेंटयूएबल पर प्राथमिकता से सुनवाई करेगा. इसलिए जिला कोर्ट को सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार सुनवाई करनी पड़ेगी, जिस तरह से मामले की गोपनीयता लीक हो रही हैं, इसे मैं बहुत बडे षड्यंत्र के रूप में देखता हूं. मैं कोर्ट में इस मामले में भी एक अलग से प्रार्थना पत्र दूंगा कि, कमीशन के पहले से लेकर के कमीशन कोर्ट के रिपोर्ट तक के लीक हो रहे सारे मामले के तमाम वीडियो पर हम जांच की मांग करते हुए कार्रवाई के लिए कहेंगे.
उन्होंने कहा कि, कमीशन की कार्रवाई के रिपोर्ट का लीक होना गम्भीर मामला है. इसकी वजह से कोर्ट कमिश्नर भी शक के घेरे में आ चुके हैं. पहले ही एक कोर्ट कमिश्नर बर्खास्त हो चुका है. मैंने पहले भी आवाज उठाई थी कि कोर्ट कमिश्नर निष्पक्ष नहीं है. बाद में मेरी बात सही साबित हुई और अधिवक्ता कमिश्नर विशाल सिंह ने भी कोर्ट में कहा कि ये जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं.
अधिवक्ता अभयनाथ यादव ने कहा कि मेरी जो भी लड़ाई होगी कोर्ट ऑफ लॉ में होगी. सड़क पर लोकप्रियता हासिल करने के लिए मैं कोई भी लड़ाई नहीं लड़ूंगा. अंजुमन इंतजामिया कमेटी के सभी मुस्लिम पक्ष धैर्य बनाये हुए हैं. सभी लोगों को कोर्ट अदालत के ऊपर पूरा भरोसा है. पूर्व महंत कुलपति तिवारी ने कहा कि शिव प्रकट हो गए हैं. बस उन्हें पूजा की जिम्मेदारी मिल जाए. इसपर अभयनाथ यादव ने जवाब देते हुए कहा कि जरा उनसे पूछिए कि यदि आज शिव प्रकट हुए हैं तो उसके पहले काशी शिव विहिन थी क्या? काशी में शिव की पूजा नहीं होती थी क्या? काशी विश्वनाथ मंदिर में जिस शिव की पूजा हो रही है क्या वो डुप्लीकेट शिव हैं.
उन्होंने कहा कि, शिव की आराधना करने के लिए किसी शिवलिंग की जरूरत नहीं है. मूर्ति किसी भी भगवान की आस्था की वस्तु है. जिसे लोग मंदिरों में खोजते हैं यदि आंखे बन्द करके मन में देखें तो दीदार भी हो सकता है. हिन्दू पक्ष के लोग खुद ही कन्फ्यूज हैं. उनसे ये पूछिये कि असली शिवलिंग मस्जिद के नीचे है या वर्तमान में जो शिवलिंग स्थापित है वो असली है? दो ज्योतिलिंग तो हो नहीं सकते. खुद ही उन्होंने सवालों के कठघरे में खड़ा कर लिया है. भगवान शंकर को भी विवादास्पद कर दिया है.
रिपोर्ट- विपिन सिंह