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UP Nikay Chunav: सियासी दलों के संगठन में होगा बदलाव, निकाय चुनाव आगे बढ़ते ही पद पाने की जोड़-तोड़ शुरू

UP Nagar Nikay Chunav: उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव अब यूपी बोर्ड एग्जाम के बाद होने की उम्मीद है, जिसके चलते सियासी दलों ने लोकसभा चुनाव 2024 का सियासी रण जीतने की कोशिश शुरू कर दी है. सियासी दलों ने संगठन को मजबूत करने की कवायद शुरू कर दी है. इसके लिए अच्छे चेहरों की तलाश की जा रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 28, 2022 1:10 PM
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Bareilly News: उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव (UP Nikay Chunav 2022) का आगे बढ़ना तय हो गया है. यह चुनाव यूपी बोर्ड एग्जाम (UP Bord Exam 2023) के बाद होने की उम्मीद है, जिसके चलते सियासी दलों ने लोकसभा चुनाव 2024 का सियासी रण जीतने की कोशिश शुरू कर दी है. सियासी दलों ने संगठन को मजबूत करने की कवायद शुरू कर दी है. इसके लिए अच्छे चेहरों की तलाश की जा रही है.

सपा को संगठन के लिए अच्छे चेहरों की तलाश

नगर निकाय चुनाव के चलते संगठन में फेरबदल नहीं किया गया था. समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय और प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होने के बाद नए संगठन की घोषणा होनी थी. यह संगठन करीब 6 महीने से भंग है. मगर, अब तक निवर्तमान राष्ट्रीय, प्रदेश, जिला और महानगर संगठन जिम्मेदारी को संभाल रहे थे. अब संगठन बनाने की तैयारी शुरू हो गई है. पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर संगठन के लिए अच्छे चेहरों की तलाश की जा रही है.

भाजपा संगठन में बड़ा फेरबदल होने की उम्मीद

नया संगठन नगर निकाय के साथ ही लोकसभा का चुनाव कराएगा. इसके साथ ही भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी को जिम्मेदारी मिले हुए करीब 3 महीने हो चुके हैं. मगर, उनकी टीम भी अधूरी है. नगर निकाय चुनाव के चलते प्रदेश अध्यक्ष ने नई टीम की घोषणा नहीं की थी. मगर, अब भाजपा संगठन में बड़ा फेरबदल होने की उम्मीद है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के रूप में बृजलाल खाबरी की ताजपोशी की गई थी. उनके साथ 6 कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए.

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संगठन में पद पाने की जोड़-तोड़ शुरू

प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी नगर निकाय चुनाव के चलते अपनी टीम का ऐलान नहीं कर पा रहे थे. अब प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी अपनी टीम के साथ ही सभी जिलों में फेरबदल करने की तैयारी में है. बसपा ने कुछ दिन पहले ही विश्वनाथ पाल को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है. नए प्रदेश अध्यक्ष भी अपनी नई टीम की जल्द घोषणा करेंगे. निकाय चुनाव के हटने के बाद संगठन में पद पाने की जोड़- तोड़ शुरू हो गई है. इसके लिए प्रमुख नेताओं से पैरवी भी कराई जा रही है.

रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली

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