अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष दिवंगत नरेंद्र गिरि के निधन के बाद उनकी मौत से जुड़े मामले की जांच कर रही सीबीआई ने आरोपियों के लिए रिमांड की मांग की थी. कोर्ट से CBI को तीन आरोपियों की 7 दिन की रिमांड मिली है. नरेंद्र गिरि की मौत से जुड़े अब भी कई सवाल हैं. नरेंद्र गिरि के निधन के बाद उनकी मौत के मामले की जांच के लिए केस सीबीआई को सौंपा गया है. नरेंद्र गिरि ने आत्महत्या की या उनकी हत्या की गयी है, इस सवाल के जवाब में सीबीआई कई लोगों से पूछताछ कर रही है.
सीबीआई ने आनंद गिरि, हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी रहे आद्या तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी की कस्टडी रिमांड की डिमांड की थी. इस मामले पर कोर्ट में रिमांड के लिए दाखिल की गयी अर्जी में मजिस्ट्रेट से 10 दिनों की कस्टडी मांगी थी. महंत की मौत के बाद आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया.
तीनों आरोपियों को मंहत के निधन के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था. कोर्ट ने पहले ही तीनों आरोपियों को 14 दिनों की ज्यूडिशियल कस्टडी में नैनी सेंट्रल जेल भेज दिया था. अब सीबीआई ने रिमांड मांगी थी तो कोर्ट ने रिमांड में भेजा है. आनंद गिरि के वकील ने सीबीआई की अर्जी का विरोध किया लेकिन कोर्ट ने सीबीआई को रिमांड की इजाजत दे दी.
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अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि 20 सितंबर को श्री मठ बाघम्बरी गद्दी में ग्राउंड फ्लोर पर स्थित कमरे में फांसी के फंदे पर लटके पाए गए थे. 22 सितंबर को पोस्टमार्टम के बाद उनके पार्थिव शरीर को समाधि दी गई थी. साधु संतों की मांग पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने सीबीआई जांच की संस्तुति की थी.