महंत नरेंद्र गिरि की कार का हुआ था एक्सीडेंट या हत्या की थी साजिश, इस एंगल से भी जांच करेगी CBI
इस मामले में नया खुलासा हुआ है कि इसी साल 8 जुलाई को लखनऊ-सुल्तानपुर मार्ग पर हुए हादसे की जांच भी सीबीआई करेगी. सीबीआई अब यह पता लगाने की कोशिश करेगी कि यह महज एक हादसा था या महंत नरेंद्र गिरि की हत्या की साजिश रची गई थी.
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे नरेंद्र गिरि (Narendra Giri Case) की संदिग्ध मौत की जांच सीबीआई (CBI) कर रही है. इस मामले में नया खुलासा हुआ है कि इसी साल 8 जुलाई (8 July) को लखनऊ-सुल्तानपुर मार्ग पर हुए हादसे की जांच भी सीबीआई करेगी. सीबीआई अब यह पता लगाने की कोशिश करेगी कि यह महज एक हादसा था या महंत नरेंद्र गिरि की हत्या की साजिश रची गई थी.
जुलाई में महंत नरेंद्र गिरि लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ से कुंभ-2024 की रूपरेखा पर चर्चा करके सुल्तानपुर के रास्ते प्रयागराज लौट रहे थे. इसी दौरान सुल्तानपुर हाइवे पर महंत की इनोवा कार एक स्कूटर सवार को बचाने में एक दूसरी गाड़ी से टकरा गई थी. हादसे में महंत की इनोवा का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ था. उस वक्त महंत नरेंद्र गिरि और अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरी गिरि महाराज कार में मौजूद थे. इस हादसे में दोनों लोगों को कुछ नहीं हुआ था. वो सुरक्षित बच गए थे.
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हादसे की सूचना पर पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और महंत को काफिले की दूसरी गाड़ी में बिठाकर प्रयागराज रवाना किया था. उस वक्त हादसे को संयोग माना गया था. अब महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत के बाद सीबीआई के सड़क हादसे को अपनी जांच में शामिल करने की खबर आई है. ऐसे में सवाल उठता है कि दर्जनों गाडियों के काफिले के बीच स्कूटर लेकर कोई कैसे आया?
(इनपुट: एसके इलाहाबादी, प्रयागराज)