Narmada Jayanti 2023: सनातन धर्म में नदियों को मां की उपाधि दी गई है. हिंदू धर्म में गंगा, नर्मदा, यमुना, घाघरा, गोदावरी नदियों की पूजा बड़े ही धूमधाम से की जाती है. हर साल माघ शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को नर्मदा जयंती (Narmada Jayanti 2023) के रूप में मनाई जाती है. मान्यता है कि आज ही के दिन मां नर्मदा का अवतार हुआ था. नर्मदा को रेवा के नाम से भी जाना जाता है. हिंदू धर्म में जितना महत्व गंगा स्नान का है, उतना ही महत्व नर्मदा स्नान का भी है. आइए जानते हैं कब है नर्मदा जयंती, शुभ मुहूर्त क्या है, महत्व क्या है.
पंडित जितेंद्र शास्त्री के अनुसार नर्मदा जयंती 28 जनवरी 2023 को (Narmada Jayanti 2023 Date) है. हिंदू पंचांग के अनुसार माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी में 27 जनवरी 2023 को सुबह 9 बजकर 10 मिनट पर शुरू हो रही है. और अगले दिन 28 जनवरी सुबह 8 बजकर 3 मिनट पर समाप्त हो रही है. इसी के साथ नर्मदा जयंती 28 जनवरी 2023 को मनाई जाएगी.
पंडित जितेंद्र शास्त्री ने बताया नर्मदा जयंती (Narmada Jayanti Date ) 28 जनवरी 2023 को है. लेकिन स्नान करने का शुभ मुहूर्त 27 जनवरी सुबह 5 बजकर 29 मिनट से शुरू हो रही है और अगले सुबह 7 बजकर 14 मिनट रहेगा. जबकि दोपहर का मुहुर्त 27 जनवरी 12 बजकर 18 मिनट से शुरू हो रहा है, और 28 जनवरी दोपहर 01 बजकर 02 तक है.
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पंडित जितेंद्र शास्त्री के अनुसार, नर्मदा नदी भारत की 5 सबसे बड़ी नदियों में से एक हैं. हिंदू पंचांग में नर्मदा जयंती के दिन नदी में स्नान और पूजा करने से जीवन के सभी दुख दूर हो जाते हैं और शांति तथा समृद्धि का आगमन होता है. इतना ही नहीं विष्णु पुराण में कहा गया है नाग राजाओं ने मिलकर मां नर्मदा को वरदान दिया था जो भी व्यक्ति नर्मदा नदी में स्नान करेंगा उसके सभी पाप कट जाएंगे और वह सीधे मोक्ष को प्राप्त होगा.