गोरखपुर BRD मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स की लापरवाही से गर्भवती और उसके पेट में पल रहे दो बच्चों की मौत
डॉक्टर्स की लापरवाही से एक गर्भवती ही नहीं उसके पेट में पल रहे दो बच्चों की मौत हो गई थी. इस मामले में बीआरडी मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने अभी तक कोई भी जांच नहीं बैठाई जबकि घटना के 4 दिन बीत चुके हैं. बजाय इसके अभी तक मेडिकल प्रशासन सुस्त पड़ा हुआ है.
Gorakhpur News: कुछ दिनों पहले गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की लापरवाही से समय पर उपचार न मिलने से गर्भवती महिला की मौत के मामले में संवेदनहीनता झलक रही है. डॉक्टर्स की लापरवाही से एक गर्भवती ही नहीं उसके पेट में पल रहे दो बच्चों की मौत हो गई थी. इस मामले में बीआरडी मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने अभी तक कोई भी जांच नहीं बैठाई जबकि घटना के 4 दिन बीत चुके हैं. बजाय इसके अभी तक मेडिकल प्रशासन सुस्त पड़ा हुआ है. मेडिकल कॉलेज प्रशासन दोषियों पर कार्रवाई न करके बचने का प्रयास कर रहा है.
यहां से वहां रेफर करते रहे डॉक्टर्स
दरअसल, कुछ दिनों पहले सिद्धार्थनगर के बेलहरा निवासी चंदा त्रिपाठी सात माह की गर्भवती थी. अचानक उनकी सांस फूली लगी तो आनन-फानन में शुक्रवार को उनके पति और भाई उन्हें लेकर गोरखपुर मेडिकल कॉलेज पहुंचे. जहां पर मेडिकल कॉलेज के कर्मचारियों ने उन्हें मेडिसिन वार्ड में भेजा. वहां से हृदय रोग विभाग में जाने की सलाह दी गई. पत्नी को लेकर संदीप मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक पहुंचे जहां पर 2 घंटे लाइन में लगने के बाद उन्होंने ओपीडी का पर्चा बनवाया. इसके बाद डॉक्टर को दिखाने के लिए दोबारा लाइन लगानी पड़ी. इतनी मशक्कत के बाद डॉक्टर ने गर्भवती महिला को देखा. जांच के बाद यह मामला मेडिसिन विभाग का बताकर उन्हें दोबारा मेडिसिन विभाग भेज दिया गया.
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देखते ही देखते मौत हो गई
पति संदीप जब उन्हें लेकर मेडिकल कॉलेज के 14 नंबर वार्ड मेडिसिन विभाग में पहुंचे तो वहां डॉक्टरों ने डायरेक्ट भर्ती न करके उन्हें पर्ची बनाकर ओपीडी में दिखाने को कहा. संदीप ने दोबारा पर्ची बनवाने के लिए लाइन लगाई. इसी बीच गर्भवती महिला की तबीयत ज्यादा खराब हो गई. देखते ही देखते उसकी मौत हो गई. लगभग 5 घंटे गर्भवती महिला गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में तड़पती रही लेकिन डॉक्टरों ने उसे गंभीरता से नहीं लिया. ऐसे में गर्भवती के पेट में पल रहे दो बच्चों की भी मौत हो गई.
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क्या कह रहे प्रधानाचार्य…
इस मामले में गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य गणेश कुमार ने बताया, ‘मैं पिछले 3 दिन से कॉलेज में नहीं था. प्रभारी प्रधानाचार्य को बुलाया गया है. उनसे घटना की जानकारी लेने के बाद जांच बैठाई जाएगी. इस जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.’
रिपोर्ट : कुमार प्रदीप