Agra News: सरकारी नौकरी के नाम पर करोड़ों की ठगी, फर्जी दस्तावेज बनाने का मिला सॉफ्टवेयर, नौ गिरफ्तार
Agra News: आगरा में पुलिस के हाथ एक ऐसा गिरोह लगा है जोकि अग्निवीर और रेलवे ग्रुप डी की भर्ती करवाने के नाम पर अब तक करोड़ों रुपए की ठगी कर चुका है. एसटीएफ ने ठगी करने वाले सभी 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
Agra News: आगरा में एसटीएफ (STF) को बड़ी सफलता हाथ लगी है. एसटीएफ ने अग्निवीर भर्ती (Agniveer Bharti) और रेलवे में भर्ती के लिए लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के 9 लोगों को गिरफ्तार किया है. यह सभी लोग अग्निवीर और रेलवे में भर्ती के नाम पर लोगों को झांसा देकर लाखों रुपए की ठगी करते थे.
भर्ती के नाम पर लोगों से करते थे लाखों की ठगी
आगरा यूनिट के एसटीएफ के एसपी राकेश कुमार ने बताया कि, उन्हें मुखबिर से अग्निवीर भर्ती और रेलवे में पास कराने का झांसा देकर लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले गिरोह की सूचना मिली थी. जिसके बाद उन्होंने टीम को उनकी धरपकड़ के लिए लगा दिया. रविवार को उन्होंने ताजगंज स्थित राधे श्याम नगर में ग्रीन पीजी होम स्टे में दबिश दी, जहां से 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. यह सभी लोग भोले भाले लोगों को अग्निवीर और रेलवे में भर्ती कराने के नाम पर ठगते थे और इन से लाखों रुपए वसूलते थे.
पुलिस के हाथ लगे कई दस्तावेज
एसपी राकेश कुमार ने बताया कि लोगों को अग्निवीर में और रेलवे में भर्ती के लिए यह लोग लाखों रुपए लेते थे. अग्निवीर के लिए ₹300000 और रेलवे के लिए ₹600000 युवाओं से लिए जाते थे. अब तक यह लोग कई युवाओं से करोड़ों रुपए की ठगी कर चुके हैं. फ्लैट में गिरफ्तारी के दौरान इन लोगों के पास से एक लैपटॉप, 11 मोबाइल, 16 फर्जी रेलवे के बुलावा पत्र, एक कार, 6 दो पहिया वाहन, 10 एटीएम कार्ड, चार आधार कार्ड, सात पैन कार्ड, 2 डीएल कार्ड और 3 लाख रूपये बरामद हुए हैं.
दस्तावेज तैयार करने का रखते थे सॉफ्टवेयर
युवाओं को भरोसा दिलाने के लिए यह लोग कंप्यूटर में सॉफ्टवेयर रखते थे जिनकी मदद से फर्जी कागजात तैयार करते थे. एसटीएफ ने बताया कि आरोपी जितेंद्र के लैपटॉप में कई ऐसे सॉफ्टवेयर मिले हैं, जिनकी मदद से वह दस्तावेज तैयार करता था. और उन दस्तावेज को दिखाकर युवाओं से अग्निवीर के लिए ₹300000 मांगते थे. युवा द्वारा नौकरी में आवेदन करने से पहले ही वह आधी रकम ले लेते थे.
युवाओं को लाने के लिए लगा रखे थे एजेंट
वहीं दूसरी तरफ कई ऐसे युवा भी इनके पास आते थे जिनकी उम्र निकल चुकी थी. उन्हें भी यह भर्ती कराने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार करते थे. रेलवे में ग्रुप डी की भर्ती में पास कराने का भी यह लोग ठेका लेते थे. बल्कि ओएमआर शीट तक बदलवाने की बात कहते थे. एसटीएफ को आरोपियों ने बताया कि युवाओं को लाने के लिए उन्होंने कई गांव में एजेंट लगा रखे हैं. जिसमें मथुरा का दिलदार, केसीआर दीक्षा टाउन का सुभाष उर्फ राज, मथुरा का जीतू और अलीगढ़ का संदीप जाट उनका एजेंट है. यह लोग सुबह सुबह दौड़ लगाने वाले युवाओं को अग्निवीर में भर्ती का झांसा देते हैं और वही एक युवा को लाने पर एजेंट को ₹25000 मिलते हैं.
रिपोर्ट- राघवेन्द्र गहलोत, आगरा