UP News: नोएडा में AQI 400 के पार, आगरा में प्रदूषण का स्तर बढ़ने से TB और चेस्ट इन्फेक्टेड मरीज बढ़े
नोएडा में प्रदूषण की स्थिति गंभीर बनी हुई है. सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार,नोएडा में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 406 (गंभीर) श्रेणी में है. आगरा में प्रदूषण का स्तर बढ़ने से टीबी और चेस्ट इन्फेक्टेड मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है.
UP Weather Update: देश की राजधानी में बढ़ते प्रदूषण का असर नोएडा में भी नजर आने लगा है. एनसीआर (NCR) में हवा की गुणवत्ता में लगातार हो रही गिरावट चिंता का गंभीर विषय बनी हुई है. हवा में घुले जहर ने लोगों का घर से निकलना मुश्किल कर दिया है. नोएडा में प्रदूषण की स्थिति गंभीर बनी हुई है. सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार, नोएडा में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 406 (गंभीर) श्रेणी में है.
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 354 (बहुत खराब) श्रेणी में है और नोएडा में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 406 (गंभीर) श्रेणी में है। pic.twitter.com/LftSSzAdGq
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 2, 2022
दरअसल, सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार, देश की राजधानी दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 354 (बहुत खराब) श्रेणी में है, जबकि दिल्ली से सटे नोएडा में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 406 (गंभीर) श्रेणी में है. इससे पहले मंगलवार को गाजियाबाद का एक्यूआई 381, ग्रेटर नोएडा का 402, गुरुग्राम का 390 और नोएडा का 398 दर्ज किया गया था.जोकि चिंता का एक गंभीर विषय है.
आगरा: शहर में प्रदूषण का स्तर बढ़ने से अस्पतालों में TB और चेस्ट इन्फेक्टेड मरीज बढ़े हैं।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 2, 2022
SN मेडिकल कॉलेज के TB और चेस्ट विभाग के प्रोफेसर डॉ गजेंद्र विक्रम सिंह ने बताया,"दिवाली के बाद तेज़ी से प्रदूषण का स्तर बढ़ा और मौसम भी बदला है जिस वजह से मरीजों की संख्या बढ़ी है।"(1.11) pic.twitter.com/CofZQJlL1j
आगरा में भी प्रदूषण का असर दिखने लगा है. शहर में प्रदूषण का स्तर बढ़ने से अस्पतालों में टीबी (TB) और चेस्ट इन्फेक्टेड मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है. बढ़ते प्रदूषण को लेकर एसएन (SN) मेडिकल कॉलेज के TB और चेस्ट विभाग के प्रोफेसर डॉ गजेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि, ‘दिवाली के बाद तेज़ी से प्रदूषण का स्तर बढ़ा और मौसम भी बदला है जिस वजह से मरीजों की संख्या बढ़ी है.
गौतमबुद्ध नगर में बढ़ते प्रदूषण के चलते नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने सख्त आदेश जारी किए हैं. एनजीटी के आदेश के बाद गौतमबुद्ध नगर परिवहन विभाग ने बड़ा कदम उठाते हुए नगर में रजिस्टर 1.25 लाख से अधिक पुराने वाहनों (Vehicles) का रजिस्ट्रेशन रद्द करने का फैसला लिया है. इसके साथ ही इन वाहनों को एनसीआर (NCR) से हटा दिया जाएगा. इसके अलावा पुलिस विभाग भी पुराने वाहनों की कड़ी जांच कर रहा है.