उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने एक निजी अस्पताल के डॉक्टरों और नर्सों को तीन दिनों के अंदर वापस ड्यूटी पर लौटने की चेतावनी दी है. आदेश का पालन नहीं करने पर उनपर कानूनी कार्रवाई करने की बात कही गई है.
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ग्रेटर नोएडा के एक निजी अस्पताल में चार डॉक्टरों और 40 नर्सों ने कोरोना संक्रमण के बीच ही नौकरी छोड़ दी थी. यह अस्पताल जिले में कोविड-19 के बड़े अस्पतालों की सूचि में शामिल है. गौतमबुद्ध नगर में कोरोना के मामले काफी तेजी बढ़े हैं. इस दौरान स्वास्थ्यकर्मियों के द्वारा प्राइवेट अस्पतालों से नौकरी छोड़ने के मामले को प्रशासन ने गंभीरता से लिया है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार प्रशासन ने सोमवार को एक बयान में कहा, ”जो डॉक्टर और नर्स कोरोना संकट के दोरान नौकरी छोड़ रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.चार डॉक्टरों और 40 नर्सों को नौकरी छोड़ने के मद्देनजर आवश्यक निर्देश दिए गए हैं.उन्हें तीन दिनों के अंदर काम पर वापस लौटने कहा गया है. ऐसा नहीं करने पर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा.”
बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रजनीश दूबे, गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी एलवाई सुहास और जिले के कोविड-19 प्रतिक्रिया के नोडल अधिकारी नरेंद्र भूषण समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने समीक्षा बैठक की थी. जिसमें यह निर्णय लिया गया और यह बयान जारी किया गया. बता दें कि जिले में अभी तक करीब 3000 मरीज संक्रमित हुए हैं. वहीं 28 लोगों की मौत कोरोना के कारण हुई है.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya