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Aligarh News: अब तालाब, पोखर, झील और वेटलैंड से हटेंगे अवैध कब्जे, चलेगा बुलडोजर

अलीगढ़ प्रशासन अब तालाब, पोखर, झील, वेटलैंड से अवैध कब्जे को हटाने के लिए बुलडोजर चलाएगा. उससे पहले 25 मई तक वर्ष 1952 की स्थिति के अनुरूप राजस्व अभिलेखों में दर्ज तालाब, पोखर, झील, वाटर बॉडीज, वेटलैंड को चिन्हित करने के निर्देश दिए गए.

By Prabhat Khabar News Desk | May 13, 2022 2:26 PM
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Aligarh News: अलीगढ़ विकास प्राधिकरण और नगर निगम के बाद अब प्रशासन तालाब, पोखर, झील, वेटलैंड से अवैध कब्जे को हटाने के लिए बुलडोजर चलाएगा. उससे पहले 25 मई तक वर्ष 1952 की स्थिति के अनुरूप राजस्व अभिलेखों में दर्ज तालाब, पोखर, झील, वाटर बॉडीज, वेटलैंड को चिन्हित करने के निर्देश दिए गए.

पोखर और झील चिन्हित करने के निर्देश

अलीगढ़ जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे. ने सभी उप जिलाधिकारियों और तहसीलदारों को इस संबंध में निर्देशित किया, और कहा कि जनपद के तालाब, पोखर, झील और वेटलैंड से कब्जा हटाए जाने की कार्रवाई के लिए अभियान चलाया जाए. उत्तर प्रदेश शासन और राजस्व परिषद से निरंतर तालाब, पोखर, झील, वेटलैंड से अवैध अतिक्रमण और कब्ज़ा हटाए जाने के निर्देश मिल रहे हैं.

25 मई तक का दिया समय

डीएम ने एसडीएम और तहसीलदारों को निर्देशित किया कि 25 मई तक एक विशेष अभियान चलाकर वर्ष 1952 की स्थिति के अनुरूप राजस्व अभिलेखों में दर्ज तालाब, पोखर, झील, वाटर बॉडीज, वेटलैंड को चिन्हित करें. साथ ही जांच कराकर यह सुनिश्चित कर लें कि राजस्व अभिलेखों में दर्ज तालाब, पोखर, झील और वेटलैंड की कितनी भूमि पर अवैध कब्जा है.

लापरवाही पर होगी कार्रवाई

एडीएम वित्त और राजस्व विधान जायसवाल ने कोल, अतरौली, खैर, इगलास, गभाना तहसील के उप जिलाधिकारियों और तहसीलदारों को निर्देशित किया कि तालाब, पोखर, झील, वेटलैंड चिन्हित करने की रिपोर्ट हर रोज भेजनी है. अगर इसमें किसी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही होती है, तो कार्रवाई की जाएगी.

शहर में चल रहा अतिक्रमण हटाओ अभियान

अलीगढ़ शहर से अतिक्रमण को हटाने के लिए नगर निगम 20 दिन से अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें नाले के ऊपर के अतिक्रमण को ध्वस्त किया जा रहा है.

एडीए ने भी चलाया था बुलडोजर

अलीगढ़ विकास प्राधिकरण यानी एडीए ने अलीगढ़ की विभिन्न सरकारी जमीनों पर अवैध निर्माण पर भी बुलडोजर चलाया था, जिससे करोड़ों की जमीन कब्जा मुक्त कराई गई थी.

रिपोर्ट- चमन शर्मा

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