Old Pension Scheme: पुरानी पेंशन बहाली के लिये अपनाया अनोखा तरीका, वीरांगनाओं का करवा चौथ पर विशेष अभियान

पुरानी पेंशन बहाली की आवाज को बुलंद करने के लिये कई तरीके अपनाए गये हैं. सोशल मीडिया से लेकर जमीन तक लड़ाई लड़ी. सांसदों के घरों की घंटी बजायी. उनके घरों तक पैदल मार्च निकाला. पौधा रौपण किया. इस बार का अनोखा तरीका इस अभियान से जुड़ी महिलाओं ने निकाला है.

By Amit Yadav | November 2, 2023 5:14 PM

लखनऊ: पुरानी पेंशन बहाली के समर्थन और नई पेंशन स्कीम के विरोध का सरकारी कर्मचारियों ने अनोखा तरीका अपनाया है. करवा चौथ के मौके पर इस विरोध का वीडियो भी वायरल किया. पुरानी पेंशन बहाली के लिये अपनाया गया यह अनोखा तरीका अब चर्चा का विषय बना हुआ है. इसको सोशल मीडिया पर भी वायरल किया गया है.

पुरानी पेंशन बहाली पूरे देश में बड़ा मुद्दा बना हुआ है. यूपी में भले ही पुरानी पेंशन बहाल न हो पायी हो लेकिन इस मुद्दे पर लड़ाई की शुरुआत यहीं से हुई है. विजय बंधु के नेतृत्व सरकारी कर्मचारियों ने चार चार पहले पुरानी पेंशन बहाली की लड़ाई शुरू की थी. अपनी आवाज को उन्होंने बुलंद करने के लिये कई तरीके अपनाए. सोशल मीडिया से लेकर जमीन तक लड़ाई लड़ी. सांसदों के घरों की घंटी बजायी. उनके घरों तक पैदल मार्च निकाला. पौधा रौपण किया. सोशल मीडिया पर वोट फॉर ओपीएस, निजीकरण भारत छोड़ो अभियान को कई बार ट्रेंड कराया. 18 हजार किलोमीटर लंबी रथ यात्रा निकाली और अंत में 1 अक्टूबर 2023 को दिल्ली में देश भर के कर्मचारियों को बुलाकर ऐतिहासिक रैली की.

इस रैली के बाद अटेवा (ATEWA) की वीरांगनाओं ने करवा चौथ पर पुरानी पेंशन बहाली (OPS) एक अनोखा अभियान चलाया. वीरांगनाओं ने पति की लंबी उम्र के साथ-साथ सुखद बुढ़ापे के लिये पुरानी पेंशन बहाली की मांग की. करवा चौथ से पहले महिलाओं ने हाथों में जो मेहंदी रचायी, उसमें भी ओल्ड पेंशन स्कीम (Ols Pension Scheme) की मांग को दर्शाया. महिलाओं ने पुरानी पेंशन बहाली की मांग की मेहंदी अपने हाथों में रचायी. महिलाओं ने हाथ में मेहंदी से वोट फॉर ओपीएस (Vote for OPS) लिखा. इस बार पांच राज्यों के चुनाव में वोट फॉर ओपीएस सबसे बड़ा मुद्दा बना हुआ है. अटेवा (ATEWA) और एनएमओपीएस (NMOPS) दोनों ही पांच राज्यों के चुनाव में पुरानी पेंशन बहाली को लेकर जागरूकता अभियान चला रहे हैं.


Also Read: Diwali Special Train:यूपी बिहार के लिये चलेगी स्पेशल ट्रेन, सीतापुर गोरखपुर गोंडा के यात्रियों को राहत

Next Article

Exit mobile version