ज्ञानवापी परिसर में पूजा-पाठ करने के लिए बढ़ता जा रहा विरोध, पुलिस ने रोका तो बहस चली देर तक
ज्ञानवापी मुक्ति महापरिषद के लगभग 30 कार्यकर्ता गेट नंबर चार पर मंदिर परिसर में जाने को लेकर पुलिस से अनुरोध करते रहे. मगर पुलिस ने अनुमति नहीं मिलने का हवाला देते हुए उन्हें प्रवेश देने से रोक दिया. एसीपी चक्रपाणि त्रिपाठी ने कार्यकर्ताओं को यह कहकर रोक दिया कि अनुमति नहीं है.
Varanasi News: ज्ञानवापी परिसर में पूजा-अर्चना करने को लेकर उठे विवाद के बीच में काशी विश्वनाथ मंदिर स्थित हनुमानजी का दर्शन-पूजन और हनुमान चालीसा का पाठ करने जा रहे ज्ञानवापी मुक्ति महापरिषद के कार्यकर्ताओं को पुलिस-प्रशासन ने रोक दिया. काफी देर तक पुलिसकर्मियों से बहस होने के बाद कार्यकर्ताओं ने इसे प्रशासन का मनमाना रवैया ठहराते हुए इसे अपने पूजा-पाठ के अधिकारों का हनन बताया.
प्रवेश देने से रोक दिया
ज्ञानवापी मुक्ति महापरिषद के लगभग 30 कार्यकर्ता गेट नंबर चार पर मंदिर परिसर में जाने को लेकर पुलिस से अनुरोध करते रहे. मगर पुलिस ने अनुमति नहीं मिलने का हवाला देते हुए उन्हें प्रवेश देने से रोक दिया. एसीपी चक्रपाणि त्रिपाठी ने कार्यकर्ताओं को यह कहकर रोक दिया कि अनुमति नहीं है. कार्यकर्ताओं ने कहा कि मंदिर में पूजन और स्त्रोत पाठ के लिए अनुमति की आवश्यकता नहीं पड़ती हैं. हनुमानजी की प्रतिमा न तो विवादित है और न ही विवादित स्थल पर है.
ज्ञानवापी मुक्ति महापरिषद के लगभग 30 कार्यकर्ता गेट नंबर चार पर मंदिर परिसर में जाने को लेकर पुलिस से अनुरोध करते रहे. मगर पुलिस ने अनुमति नहीं मिलने का हवाला देते हुए उन्हें प्रवेश देने से रोक दिया. pic.twitter.com/jbkCBm5PuE
— Prabhat Khabar UP (@prabhatkhabarup) June 6, 2022
ज्ञानवापी की मुक्ति का संकल्प लिया
कार्यकर्ताओं ने कहा कि हमें अपने ही मंदिर में पूजन और पाठ के लिए रोका जा रहा है. वहीं, ज्ञानवापी मस्जिद में लोग आकर नमाज पढ़ रहे हैं. जिस मंदिर में कोई विवाद नहीं है वहां भी पूजन और पाठ के लिए अनुमति लेना पड़े तो यह शर्म की बात है. काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रवेश नहीं मिलने पर बुलानाला स्थित दक्षिणमुखी हनुमानजी के समक्ष हनुमान चालीसा का पाठ कर ज्ञानवापी की मुक्ति का संकल्प लिया. कार्यकर्ताओं ने पिछले सोमवार को विश्वनाथ मंदिर स्थित नंदी का पूजन किया था.
रिपोर्ट : विपिन सिंह