Amethi News: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Union minister Smriti Irani) अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी को लेकर हमेशा सक्रिय नजर आती हैं. इसका ताजा उदाहरण तब देखने को मिला जब एक समस्या के समाधान के लिए उन्होंने लेखपाल से बातचीत की, लेकिन लेखपाल उन्हें पहचान नहीं सका. इस बीच अब अधिकारियों ने कहा कि लेखपाल के खिलाफ जांच का आदेश दिया गया है, क्योंकि वो अमेठी की सांसद को फोन पर नहीं पहचान सके.
अमेठी के मुख्य विकास अधिकारी (CDO) अंकुर लाथर ने सोमवार को बताया कि करुणेश के पत्र के अनुसार, यह मुसाफिरखाना लेखपाल दीपक की ओर से ढिलाई का मामला है, और उन्होंने अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं किया है. लाथर ने कहा कि अनुमंडल दंडाधिकारी मुसाफिरखाना को मामले की जांच करने को कहा गया है, जिसके बाद कार्रवाई की जाएगी.
दरअसल, बीते शनिवार को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी संसदीय क्षेत्र अमेठी (Amethi) के दौरे पर आईं, इसी दौरान गौतमपुर पूरे पहलवान गांव के रहने वाले करुणेश सिंह नाम के शख्स अपनी अर्जी लेकर पहुंच गए. उन्होंने कहा कि पिता जी परिषदीय स्कूल में शिक्षक थे. उनकी मृत्यु हो गई है. मां सावित्री देवी को पेंशन मिलनी है, लेकिन लेखपाल की तरफ से सत्यापन (Verification) नहीं हो पा रहा है.
करुणेश सिंह की अर्जी सुनने के बाद केंद्रिय मंत्री ने लेखपाल से फोन पर बात करने की बात कही. इसके बाद सीडीओ ने नंबर डायल किया और उन्हें फोन दे दिया, लेकिन लेखपाल दीपक कुमार केंद्रीय मंत्री को पहचान नहीं सके. इसके बाद उन्होंने सीडीओ को फोन दिया तो लेखपाल सीडीओ को भी नहीं पहचान सका. इसके बाद उन्होंने लेखपाल को विकास भवन आकर मिलने को कहा. लेखपाल मुसाफिरखाना तहसील अंतर्गत गौतमपुर ग्राम सभा में पदस्थापित हैं.