Lucknow News: देश में कोरोना महामारी से निजात मिली नहीं कि, अब मंकीपॉक्स (monkeypox) का डर सताने लगा है. ऐसे में इस खतरनाक संक्रमण से बचाव के लिए यूपी में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है. इस संबंध में जानकारी देते हुए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि, जिला अस्पतालों में निगरानी की जा रही है. इसके अलावा हवाई अड्डों और रेलवे स्टेशनों की भी निगरानी की जाएगी. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार पूरी तरह से सतर्क है.
उत्तर प्रदेश सरकार पूरी तरह से सतर्क है और हर स्थिति से निपटने के लिए हम तैयार हैं। हम लगातार सभी जिला अस्पतालों में निगरानी कर रहे हैं। हम हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशन पर भी निगरानी कराएंगेः मंकी पॉक्स को लेकर उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, लखनऊ pic.twitter.com/x7N2gPq24q
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 19, 2022
दरअसल, देश में इक खतरनाक वायरस से बचाव के लिए अलर्ट इसलिए भी जारी कर दिया गया है, क्योंकि भारत में मंकीपॉक्स के दो मामले सामने आ चुके हैं. इसके बाद से स्वास्थ्य मंत्रालय ने हवाईअड्डों और बंदरगाहों पर इंडिया आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की स्वास्थ्य जांच की समीक्षा की. बता दें कि केरल में एक व्यक्ति (31) दुबई से लौटने पर मंकीपॉक्स से संक्रमित पाया गया. भारत में यह मंकीपॉक्स का दूसरा मामला है.
देश में मंकीपॉक्स का पहला मामला तब सामने आया, जब केरल का ही एक व्यक्ति (35) संयुक्त अरब अमीरात से लौटेने पर मंकीपॉक्स से इन्फेक्टेड पाया गया. यह देश में मॉकीपॉक्स का पहला मामला था. इसके बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक उच्च स्तरीय बहु-अनुशासनात्मक दल को सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को स्थापित करने में राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों की सहायता के लिए भेजा था.
देश में मंकीपॉक्स के दो मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने अलर्ट जारी किया है. इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि, भारत में आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की सख्त स्वास्थ्य जांच सुनिश्चित करने की सलाह दी गयी है, जिससे देश में मंकीपॉक्स के मामलों के जोखिम को कम किया जा सके.
फिलहाल, उत्तर प्रदेश के राजकीय मेडिकल कॉलेजों में भी वार्ड बनाने और तैयारी रखने के निर्देश दिए गए हैं. ताकि मरीज मिलते ही उसे भर्ती करके तत्काल इलाज किया जा सके. सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों को मंकीपॉक्स के लक्षणों, बचाव और इलाज के बारे में आम लोगों को जागरूक करने का निर्देश भी दिए हैं.