Loading election data...

Padma Shri 2023: कौन हैं ‘नक्काशी’ के उस्ताद दिलशाद हुसैन?, जिनके मुरीद हैं PM नरेंद्र मोदी

Padma Shri Award 2023: भारत सरकार ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों की घोषणा कर दी है. जिसमें मुरादाबाद नक्काशी के उस्ताद शिल्प गुरु दिलशाद हुसैन का भी नाम शामिल है. आइए जानते हैं कौन हैं दिलशाद हुसैन, परिवार, पुरस्कार आदि के बारे में.

By Shweta Pandey | January 26, 2023 5:08 PM

Padma Shri Award 2023: भारत सरकार ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों की घोषणा कर दी है. जिसमें मुरादाबाद नक्काशी के उस्ताद शिल्प गुरु दिलशाद हुसैन का भी नाम शामिल है. दिलशाद हुसैन को पद्मश्री सम्मान (Dilshad Hussain Padma Shri Award ) के लिए चुना गया है. यह पहला मौका है जब  जिले में किसी को  पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा. 79 वर्षीय दिलशाद की नक्काशी को पीएम मोदी ने भी सराहा है. आइए जानते हैं कौन हैं दिलशाद हुसैन (Dilshad Hussain Biography), परिवार, पुरस्कार आदि के बारे में.

कौन हैं दिलशाद हुसैन

दिलशाद हुसैन (Dilshad Hussain) मुरादाबाद के रहने वाले हैं. दिलशाद पीतल पर नक्काशी करते हैं. उन्हें नक्काशी का उस्ताद शिल्पगुरु कहा जाता है. दिलशाद हुसैन मकबरा दोयम कैथ वाली मस्जिद गली में अपने बेटे और बहुओं के साथ रहते हैं. दिलशाद हुसैन काफी लंबे अर्शे से नक्काशी का काम करते आ रहे हैं. उनके हाथ की कारागिरी पूरे देश में मशहूर हैं.

दिलशाद हुसैन का परिवार

दिलशाद हुसैन का पूरा परिवार हस्तशिल्प का काम करता है. बेटी से लेकर बेटों और बहुएं भी नक्काशी का काम करते हैं. इतना ही नहीं उनकी दो बहुओं को राज्यपाल द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है.

पीएम मोदी भी है दिलशाद के शिल्पकारी के कायल

बता दें देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी दिलशाद हुसैन के शिल्पकारी के कायल हैं. पिछले साल अगस्त में जी-7 सम्मेलन में पीएम मोदी ने जर्मन के चान्सलर को दिलशाद के द्वारा बना हुआ कलश उपहार के रूप में दिया था. इस दौरान पीएम मोदी ने कलश की जमकर तारीफ भी की थी.

Also Read: बरेली-मुरादाबाद MLC सीट जीतने को SP ने बनाई रणनीति, शिक्षकों की पुरानी पेंशन बहाली का वादा, BJP पर कही ये बात
एकाग्रता से आता निखार

दिलशाद हुसैन कहते हैं कि नक्काशी के लिए दिमाग, आंख के साथ हाथों को एकाग्र होकर किया जाता है.  पहले किसी पीतल के बर्तन पर पेंसिल से कच्चा डिजाइन बनाया जाता है. फिर नुकीली कलम चलाई जाती है. बता दें दिलशाद युवाओं को नक्काशी भी सिखाते हैं.

Next Article

Exit mobile version