UP Election: डिंपल यादव के बयान पर भड़के परमहंस आचार्य, कहा- शूर्पणखा की तरह बनेंगी सपा के विनाश का कारण
जगदगुरु परमहंस आचार्य ने पूर्व सांसद और सपा सुपीमो अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव के भगवा रंग को लेकर दिए गए बयान पर पलटवार किया है.
UP Election 2022: अयोध्या तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर जगदगुरु परमहंस आचार्य महाराज अपने सनसनीखेज बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में बने रहते हैं. इस बार संत के निशाने पर पूर्व सांसद और सपा सुपीमो अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव आ गईं हैं. डिंपल यादव के द्वारा भगवा रंग को लेकर दिए गए बयान पर संत ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की. साथ ही उन्हें सपा के विनाश का कारण बताया है.
सपा के विनाश का कारण बनेंगी डिंपल यादव- परमहंस आचार्य
उन्होंने कहा कि एक तरफ अखिलेश यादव हनुमान जी के दर्शन करने जा रहे हैं तो, दूसरी और डिंपल यादव भगवा रंग का अपमान कर रही हैं. उन्होंने कहा कि ‘भगवा रंग का अपमान करना न सिर्फ बहुसंख्यक हिंदू समाज का अपमान है, बल्कि हनुमान जी का भी अपमान है. जिस तरह राक्षस कुल के विनाश का कारण शूर्पणखा बनी थी, उसी तरह डिंपल यादव सपा के विनाश का कारण बनेंगी. समाजवादी अब विनाश की ओर है.’
यूक्रेन और रूस की बीच जारी युद्ध की समाप्ति के लिए किया यज्ञ
दरअसल, जगतगुरु परमहंस आचार्य ने मंगलवार को कुंतेश्वर महादेव का जलाभिषेक किया. साथ ही उन्होंने यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध विराम और विश्वशांती की कामना की. संत ने कहा कि दोनों देशों के बीच जारी युद्ध अगर समय रहते नहीं रुका तो बड़ा नुकसान होगा. इसके बाद उन्होंने डिंपल यादव द्वारा भगवा को जंक कहे जाने वाले बयान पर जमकर हमला बोला.
डिंपल यादव के बयान पर सीएम योगी ने किया पलटवार
डिंपल यादव द्वारा सीएम योगी के भगवा कपड़ों पर दिए गए बयान का मामला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है. इससे पहले सीएम योगी ने डिंपल के इस बयान पर पलटवार किया. उन्होंने इस टिप्पणी को सनातन धर्म और संत समाज का अपमान बताया. सीएम योगी ने एक जनसभी को संबोधित करते हुए कहा कि, भगवा का अपमान करना सृष्टि का भी अपमान है. सनातन धर्म का अपमान है. भारत के संत समाज का भी अपमान है. सीएम योगी ने कहा, हां मैं कह सकता हूं कि मैं भगवाधारी हूं, और मुझे लगता है हर गोरखपुरवासी भगवाधारी है.
कौन हैं जगदगुरु परमहंस आचार्य महाराज
तपस्वी छावनी के जगदगुरु परमहंस आचार्य महाराज अपने सनसनीखेज बयानों को लेकर सुर्खियों में बने रहते हैं. इससे पहले उन्होंने भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग की थी. आचार्य अक्सर किसी न किसी मांग को लेकर अनशन और अनुष्ठान करते देखे जाते हैं. इससे पहले वह तब सुर्खियों में बने रहे जब उन्होंने भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित नहीं किया गया तो वह जलसमाधि ले लेने की धमकी दे डाली थी, हालांकि उन्होंने ऐसा नहीं किया.