Pashudhan Bima Yojana: लंपी वायरस के डर के बीच पशुधन बीमा योजना का लाभ लेकर पशुपालक लें राहत की सांस
पशुधन बीमा योजना में गाय, भैंस, घोड़ा, ऊंट, गधा, खच्चर, बैल, भेड़, बकरी, खरगोश, सूअर का बीमा किया जाता है. अलीगढ़ में इस वर्ष अब तक 801 पशुधन बीमा हुए हैं. ऐसे समय में जब लंपी वायरस ने सबके होश फाख्ता कर रखे हैं तो यह खबर काफी कारगर साबित हो सकती है.
Aligarh News: केंद्र और राज्य सरकार के साझा सहयोग से पशुधन बीमा योजना चलाई जा रही है. इसमें कोई भी अपने पशुओं का बीमा करवा सकता है. इस योजना में गाय, भैंस, घोड़ा, ऊंट, गधा, खच्चर, बैल, भेड़, बकरी, खरगोश, सूअर का बीमा किया जाता है. अलीगढ़ में इस वर्ष अब तक 801 पशुधन बीमा हुए हैं. यह जानकारी अलीगढ़ के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ बीपी सिंह ने दी. ऐसे समय में जब लंपी वायरस ने सबके होश फाख्ता कर रखे हैं तो यह खबर काफी कारगर साबित हो सकती है.
ऐसे होता है पशुधन बीमा
पशुधन बीमा योजना में अपने पशु के बीमा कराने के लिए अपने निकटतम सरकारी पशु चिकित्सालय में पशु चिकित्सक से सम्पर्क करें. पशु चिकित्सक आपके पशु का स्वास्थ्य प्रमाणपत्र बनाएगा. कुछ आवश्यक कागजात देने होंगे. जैसे पशु स्वास्थ्य प्रमाणपत्र, आपका आधार कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, पशु का 12 अंक वाला टैग नंबर, पशु का फोटो पशुपालक के साथ, पशु की चारों तरफ से फोटो और मामूली सी किस्त आपको जमा करनी होगी.
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इतनी देनी होगी किस्त
अगर आप बीपीएल, एससी, एसटी हैं, तो आपको बस किस्त का 10 प्रतिशत देना होगा, बाकी 90 प्रतिशत सब्सिडी के रूप में सरकार देगी. अगर आप सामान्य वर्ग से हैं, तो आपको किस्त का 25 प्रतिशत देना होगा, बाकी 75 प्रतिशत सब्सिडी के रूप में सरकार देगी. उदाहरण के तौर पर पशु के 50 हजार के सम इंश्योर्ड पर प्रीमियम 1400 रूपए है. बीपीएल, एससी, एसटी को देना होगा 144 रूपए, सामान्य वर्ग को बस 360 रूपए देने होंगे, बाकी सरकार देगी.
बीमा में कवर होता है…
बीमा में पशु की सामान्य व एक्सीडेंटल मौत, पूरी तरह से अपंग कवर होती है. पशु की चोरी बीमा में कवर नहीं होती है. जानवर को लाते- ले जाते समय, वाहन पर चढ़ाते-उतारते दुर्भाग्यवश दुर्घटना बीमा में कवर नहीं होती है.
रिपोर्ट : चमन शर्मा