Kanpur News: वाराणसी के लोहता से गिरफ्तार किए गए अब्दुल्ला सऊद अंसारी के नेतृत्व में कानपुर में बड़ी घटना को अंजाम देने की साजिश रची गई थी. अंसारी से पूछताछ के बाद सोमवार को एनआईए (NIA) और एटीएस (ATS) ने कानपुर में कई स्थानों से आधा दर्जन से अधिक स्लीपर सेल को उठाया है. इसके अलावा अंसारी के फोनबुक और लैपटॉप से मिली गुप्त जानकारी के बाद से कानपुर में भी एनआईए अलर्ट हो गई है.
कानपुर के कई मदरसों में एनआईए की टीम पूछताछ कर रही है. दो दिनों से टीम की चार सदस्यों की टीम ने शहर के अलग-अलग इलाकों में एक दर्जन संदिग्धों के यहां दस्तक दी है. इन्हें अब्दुल्ला के नेटवर्क से जोड़कर देखा जा रहा है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, एनआईए (NIA) प्रतिबंधित संगठन पीएफआई (PFI) के खिलाफ तेजी से काम कर रही है. कानपुर और आसपास के इलाकों में इससे पूर्व एटीएस और एनआईए की संयुक्त टीमों ने एसटीएफ (STF) की मदद से पीएफआई की पॉलिटिकल विंग के 18 सदस्यों को उठाकर पूछताछ की थी. वहीं एनआईए के अफसरों ने दो दिनों में कानपुर के जाजमऊ, अनवरगंज, नौबस्ता में एक दर्जन संदिग्धों के यहां दस्तक दी है. सूत्रों का कहना है कि दो से तीन लोगों को दिल्ली भी पूछताछ के लिए ले जाया गया है.
करीब एक सप्ताह पहले वाराणसी में पकड़े गए पीएफआई के सदस्य अब्दुल्ला का कानपुर कनेक्शन सामने आया है. पुलिस की जांच में उसके पास से शहर के कई मदरसों के संबंध में जानकारी मिली है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, उसने कई बार कानपुर का दौरा भी किया है. अब्दुल्ला के रिमांड पर लिए जाने के बाद हुई पूछताछ में कानपुर कनेक्शन की बात कबूली है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अब्दुल्ला का टारगेट युवा थे. वह युवाओं को जेहाद का नारा देकर वह उन्हें बरगलाता था. उसके लैपटॉप में कई मदरसों की जानकारी मिलने की बात सामने आई है. वहीं अब्दुल्ला ने कुछ लोगों के नाम भी बताए हैं, जिनसे पूछताछ की जा रही है.
रिपोर्ट- आयुष तिवारी, कानपुर