लखनऊ/ पीलीभीत : पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी ने पिछले दिनों वायरल हुई एक आडियो रिकार्डिंग के मामले में अपना पक्ष स्पष्ट करते हुए कहा है कि वह जनप्रतिनिधि तो हैं किंतु वह किसी ‘‘शराब तस्कर की पैरवी नहीं कर सकते.” इस कथित आडियो रिकार्डिंग में वरूण गांधी के संसदीय क्षेत्र पीलीभीत के सुनगढ़ी थाना क्षेत्र के सर्वेश गंगवार नाम युवक ने शराब की अवैध बिक्री पर पुलिस द्वारा पकड़े जाने पर अपने सांसद को रात में फोन करने पर उनसे मदद मांगी थी किंतु सांसद ने इस मामले में सहायता करने से कथित रूप से मना कर दिया.
हालांकि बाद में सर्वेश ने इस आडियो को वायरल करने के लिए वरूण गांधी से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगी. उसने सोमवार को मीडिया से कहा है कि उसे गत दिनों सुनगढ़ी कोतवाली पुलिस ने शराब के मामले में पकड़ा था. सर्वेश के मुताबिक तब वह खुद ही शराब के नशे में था इसलिए सांसद से अपनी बात सही ढंग से कह नहीं पाया और ऑडियो वायरल कर दिया. इसके लिए वह सांसद से क्षमा चाहता है.
वरूण गांधी ने मंगलवार को पीटीआई-भाषा से बातचीत में इस संदर्भ में कहा, ”युवक ने दो बार फोन किया. पहली बार फोन पर बताया कि नकली शराब बेचने में मुझे पुलिस ने पकड़ा है. मैंने आपको वोट दिया है, मुझे बचाइए.” वरुण ने बताया कि उसकी बात सुनकर उसे पहली बार नजर अंदाज़ कर दिया. भाजपा सांसद के मुताबिक ”वह क्षेत्र में 17 गांवों से जनसंपर्क करके आए थे और रात में सो रहे थे तो उसका दोबारा फोन आया. वह बात करने की जिद पर अड़ गया तो मैंने उसे विनम्रता से टालने की कोशिश की, क्योंकि मैं गलत बात की पैरवी नहीं कर सकता.”
वरुण गांधी ने कहा, ”मैंने 12 साल सांसद रहते हुए एक बार भी सांसद का वेतन नहीं लिया है. आखिर मेरे से लोगों को क्या अपेक्षा है?” उन्होंने सवाल उठाया ” क्या मैं गलत आदमी से ऐसे बात करूं, जैसे संत से बात की जाती है.” यह पूछे जाने पर कि आपको कैसे पता चला कि वह शराब तस्कर है तो वरुण ने कहा, ”पहली बार खुद ही उसने नकली शराब के आरोप में पकड़े जाने की बात कही थी. अब मैं किसी की कॉल तो रिकार्ड करता नहीं हूं कि उसे सबूत के तौर पर दूं.”
वरुण गांधी ने कहा, ”यह जनता को तय करना है कि उसे सख्त ईमानदार जनप्रतिनिधि चाहिये या मीठा चोर चाहिए.” सुनगढ़ी के थाना प्रमुख अतर सिंह ने बताया कि पुलिस ने सर्वेश के खिलाफ अवैध रूप से शराब बेचने के आरोप में मामला दर्ज किया है और जांच चल रही है. ऑडियो वायरल होने के बाद सांसद वरुण गांधी के मीडिया प्रभारी एमआर मलिक ने प्रेस नोट जारी कर कहा, ”ऑडियो वायरल करने वाला ड्रग्स एवं नकली शराब का कारोबारी है. पुलिस ने इसे रंगे हाथों पकड़ा था. बचने के लिए उसने सांसद वरुण गांधी को फोन किया लेकिन उन्होंने संरक्षण नहीं दिया. हमें गर्व है कि हमारे सांसद गलत कार्यों की पैरवी नहीं करते हैं.’
Posted by : Pritish Sahay