Agra News: इस स्कूल में प्लास्टिक के टिफिन और बोतल पर पाबंदी, बर्थडे पर बच्चे नहीं बांटते चॉकलेट और टॉफी
Agra News: आगरा के बलकेश्वर क्षेत्र में स्थित गणेश राम नागर सरस्वती शिशु मंदिर के बच्चों को प्लास्टिक के टिफिन में खाना और प्लास्टिक की बोतल में पानी लाना बिल्कुल मना है. अगर बच्चे ऐसा करते हैं तो उनके टिफिन और बोतल को स्कूल प्रशासन जब्त कर लेता है.
Agra News: आगरा के बलकेश्वर क्षेत्र में स्थित गणेश राम नागर सरस्वती शिशु मंदिर के बच्चों को प्लास्टिक के टिफिन में खाना और प्लास्टिक की बोतल में पानी लाना बिल्कुल मना है. अगर बच्चे ऐसा करते हैं तो उनके टिफिन और बोतल को स्कूल प्रशासन जब्त कर लेता है. स्कूल प्रशासन ने साफ निर्देश दे रखे हैं कि कोई भी बच्चा प्लास्टिक की बोतल में पानी और प्लास्टिक के टिफिन में खाना नहीं लाएगा. बच्चों को सिर्फ स्टील का टिफिन और स्टील की बोतल लानी है.
क्या कहा स्कूल के प्रधानाचार्य ने
बल्केश्वर के गणेश राम नागर सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल की प्रधानाचार्य रश्मि अग्रवाल बताती हैं कि प्लास्टिक में गरम खाना रखने से प्लास्टिक के हानिकारक तत्व खाने में मिल जाते हैं. जिसकी वजह से बच्चे जब उस खाने को खाते हैं तो वह बीमारी से ग्रसित होने लगते हैं. ऐसे में कभी पेट दर्द, सिर दर्द और कभी अन्य बीमारियों से ग्रसित होने पर बच्चे पढ़ाई में ध्यान नहीं दे पाते और उन्हें छुट्टी भी करनी पड़ती है. इसी वजह से हमने स्कूल में प्लास्टिक की बोतल और टिफिन लाने पर पाबंदी लगा दी है.
स्कूल में प्लास्टिक के टिफिन और बोतल पर लगा पाबंदी
स्कूल की प्रधानाचार्य ने आगे बताया कि अगर इसमें धार्मिक महत्व की बात की जाए तो किसी के भी घर में भगवान को प्लास्टिक के बर्तनों में भोग नहीं लगाया जाता. जब भगवान को प्लास्टिक के बर्तनों में भोग नहीं लगाया जाता तो बच्चे जो कि भगवान का स्वरूप होते हैं उन्हें प्लास्टिक के टिफिन में खाना कैसे दिया जा सकता है. इसलिए हमने अपने स्कूल में प्लास्टिक के टिफिन और बोतल पर पाबंदी लगा रखी है.
सभी शिक्षकों पर भी लागू
जब हमने इस मुहिम की शुरुआत की तो सबसे पहले इसे अपने ऊपर लागू किया. ऐसे में स्कूल में सभी शिक्षक और शिक्षिकाएं भी प्लास्टिक के टिफिन और बोतल नहीं लेकर आते हैं. वह भी स्टील के बोतल और टिफिन में ही पानी व खाना लेकर आते हैं. और अगर वह भी प्लास्टिक के टिफिन या बोतल लाते हैं तो उनके सामान को भी जब्त कर लिया जाता है.
स्कूल में फास्ट फूड व जंक फूड पर भी पाबंदी
प्रधानाचार्या रश्मि ने आगे बताया कि इस मुहिम का इतना अच्छा असर हुआ है कि अब सभी बच्चे स्टील का टिफिन ही लेकर आते हैं. अगर गलती से कोई प्लास्टिक ले भी आता है तो उसकी बोतल और टिफिन को क्लास से बाहर रख दिया जाता है. और आगे के लिए चेतावनी दे दी जाती है.
स्कूलों में अधिकतर बच्चे अपनी संस्कृति को भूलते जा रहे हैं. जब भी किसी बच्चे का जन्मदिन होता है तो अधिकतर स्कूलों में बच्चों द्वारा टॉफी और चॉकलेट्स वितरित की जाती हैं लेकिन हमारे स्कूल में ऐसा नहीं है. हमारे स्कूल में जब किसी बच्चे का जन्मदिन होता है तो वह या तो पेन, पेंसिल का वितरण करता है या फिर मिठाई लाता है. और बच्चों, शिक्षकों और शिक्षिकाओं में वितरित करता है. ऐसे में बच्चे अपनी संस्कृति से जुड़े रहते हैं. हमारे स्कूल में स्वास्थ्य और संस्कृति दोनों के प्रति बच्चों को जागरूक किया जाता है.
प्रधानाचार्या रश्मि ने आगे बताया खाने में बच्चे सिर्फ वही खाना लाते हैं जो हेल्थी होता है. किसी भी फास्ट फूड व जंक फूड को स्कूल में लाने पर पूर्ण रूप से पाबंदी है. बच्चों के लिए 1 हफ्ते का चार्ट भी जारी किया गया है जिसमें उन्हें बताया गया है कि किस दिन कौन सा खाना लाना है.