PM मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का कार्य 75% पूरा, भक्तों को नजर आने लगी मंदिर की भव्यता
बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए आने वाले भक्त अभी से इस प्रोजेक्ट की भव्यता देखकर अचंभित हो रहे हैं. विश्वनाथ कॉरिडोर का करीब 75% काम पूरा हो चुका है. प्रवेश द्वार की ऊंचाई और उसकी भव्यता सबसे बड़े आकर्षण के केंद्र में से एक होगा. हर हाल में 30 नवंबर तक निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा.
उत्तर प्रदेश के वाराणसी (बनारस) से सांसद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे बड़े ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) का कार्य करीब 75% तक पूरा हो चुका है. यह ड्रीम प्रोजेक्ट काशी (Kashi Dream Project) के लोगों के लिए किसी सपने के सच होने जैसा है. बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए आने वाले भक्त अभी से इस प्रोजेक्ट की भव्यता देखकर अचंभित हो रहे हैं. विश्वनाथ कॉरिडोर का करीब 75% काम पूरा हो चुका है.
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का करीब 75% काम पूरा हो चुका है. फिनिशिंग का कार्य तेजी से चल रहा है. मंदिर परिसर के प्रवेश द्वार का काम पूरा होने को है. प्रवेश द्वार की ऊंचाई और उसकी भव्यता सबसे बड़े आकर्षण के केंद्र में से एक होगा. हर हाल में 30 नवंबर तक निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा. इसका लोकार्पण दिसंबर महीने में पीएम मोदी करेंगे.
दीपक अग्रवाल, मंडलायुक्त
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की खासियत
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यात्री सुविधा केंद्र
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म्यूजियम
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स्प्रिचुअल बुक सेंटर
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फूड कोर्ट
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मुमुक्ष भवन
30 नवंबर तक कार्य पूरा होने की उम्मीद
पीएम मोदी ने वाराणसी में बहुप्रतीक्षित प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के निर्माण का शिलान्यास 8 मार्च 2019 को किया था. इसके निर्माण में 1,000 से ज्यादा मजदूर लगे हुए हैं. कोरोना संकट ने कॉरिडोर के निर्माण कार्य को काफी हद तक प्रभावित किया है. दूसरी लहर में कॉरिडोर निर्माण कार्य की गति धीमी हुई. सितंबर महीने के पहले सप्ताह में सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्थल निरीक्षण किया था. सीएम ने कहा था कि 30 नवंबर तक काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का काम पूरा होने की उम्मीद है.
सीएम योगी आदित्यनाथ कर रहे मॉनिटरिंग
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर निर्माण कार्य की मॉनिटरिंग खुद सीएम योगी आदित्यनाथ कर रहे हैं. अब तक कॉरिडोर निर्माण के लिए जमीन खरीदने में 400 करोड़ रुपए और निर्माण कार्य में 339 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं. 50,200 वर्ग मीटर जमीन में लगभग 14,000 वर्ग मीटर में ढाई साल से कार्य जारी है. अभी हजारों मजदूर कॉरिडोर की फिनिशिंग और इमारतों की मरम्मत के काम में दिन-रात जुटे हुए हैं.
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दिसंबर तक कॉरिडोर का कार्य होगा पूरा
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की इमारत में सात विशेष पत्थरों को लगाया जा रहा है. इनमें बालेश्वर स्टोन, मकराना मार्बल, कोटा ग्रेनाइट और मैडोना स्टोन मुख्य रूप से शामिल हैं. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद महादेव की नगरी का अलौकिक नजारा दिखेगा. बताया जाता है कि चुनार पत्थर लगाने का काम 25 सितंबर तक पूरा हो जाएगा. इसके बाद मार्बल लगाया जाएगा. परियोजना में 23 काम प्रस्तावित थे, उनमें से 5 का निर्माण कार्य खत्म होने वाला है. वहीं, 15 का ढांचा पूरी तरह खड़ा हो गया है और फिनिशिंग जारी है. माना जा रहा है दिसंबर तक कॉरिडोर का काम पूरा हो जाएगा.