Bundelkhand Expressway: 6 घंटे में चित्रकूट से दिल्ली, जानिए किन-किन शहरों से होकर गुजरेगा एक्सप्रेसवे
Bundelkhand Expressway: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi) ने आज बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की सौगात प्रदेशवासियों को दी. बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के बाद उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) अब देश में सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे देने वाला राज्य बन गया है.
Bundelkhand Expressway: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की सौगात प्रदेशवासियों को दी. बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के बाद उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) अब देश में सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे देने वाला राज्य बन गया है. 296 किमी लम्बे एक्सप्रेस-वे खासकर बुंदेलों के लिए मील का पत्थर साबित होगा. इसका शिलान्यास प्रधानमंत्री ने 29 फरवरी 2020 को चित्रकूट में किया था और इसे रिकॉर्ड समय में 26 महीने में बन कर तैयार हुआ है.
बुंदेलखंड की उम्मीदों को परवान चढ़ाने वाली यह 4 लेन रोड चित्रकूट (एनएच-35), बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया और इटावा से होकर गुजरेगी. इटावा में एक्सप्रेसवे कुदरैल के पास यह लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे से मिल जाएगी. इस पर सफर करने वाले यात्रियों की सुरक्षा के लिए 6 सीओ और 128 पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं. इनमें सेना और पुलिस के जवान हैं, साथ ही 12 इनोवा गाड़ियां पेट्रोलिंग के लिए लगाई गई हैं, जो 24 घंटे एक्सप्रेस वे में फर्राटा भरते हुए यहां से गुजरने वाले वाहनों पर पैनी नजर रखेंगी.
एक्सप्रेसवे नई दिल्ली और चित्रकूट के बीच यात्रा के समय को घटाकर छह घंटे कर देगा. एक्सप्रेसवे झांसी से शुरू होता है और राज्य के सबसे पिछड़े जिलों जैसे चित्रकूट से होकर गुजरता है, जो एक धार्मिक और पर्यटन स्थल, बांदा, हमीरपुर, औरैया और जालौन भी है. जालौन से यह इटावा जाती है और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से जुड़ने से पहले आगरा में बटेश्वर होते हुए नसीमपुर पहुँचती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी-2020 में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का शिलान्यास किया था. इस परियोजना को फरवरी 2023 में पूरा होना था, लेकिन काम 8 महीने पहले ही पूरा हो गया.