Purvanchal Expressway Inauguration : पूरबियों को मिली विकास की ‘उड़ान’, रनवे पर दिखा फाइटर प्लेन का पराक्रम
Purvanchal Expressway Inauguration : मंगलवार का दिन उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र यानी पूरब के लिए रफ्तार को विकास की राह पर ले आया.
Purvanchal Expressway Inauguration : मंगलवार का दिन उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र यानी पूरब के लिए रफ्तार को विकास की राह पर ले आया. यूपी की बहुप्रतीक्षित पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हरक्यूलिस विमान से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर लैंडिंग की. बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे. मंच पर यूपी के बड़े नेताओं को स्थान दिया गया था.
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे यूपी के विकास का एक्सप्रेसवे है : PMInaugurating the Purvanchal Expressway. #एक्सप्रेस_प्रदेश https://t.co/LyF31LjZjn
— Narendra Modi (@narendramodi) November 16, 2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में कहा, ‘इस एक्सप्रेसवे को उत्तर प्रदेश को समर्पित करते हुए मैं खुद को धन्य महसूस कर रहा हूं.’ उन्होंने कहा कि देश के विकास में कुछ क्षेत्र में विकास की राह में आगे निकल जाएं और कुछ पीछे छूट जाएं. यह उचित नहीं है. उत्तर प्रदेश की राजनीति के चलते पूरबियों का विकास उस तरह से विकास नहीं हो पाया जैसा होना चाहिए था. उन्होंने कहा, ‘ये एक्सप्रेसवे यूपी में सुविधाओं की निशानी है. ये यूपी की प्रगति का एक्सप्रेसवे है. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे यूपी के विकास का एक्सप्रेसवे है.’ पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत भोजपुरी में की थी. उन्होंने जनसभा की भीड़ को प्रणाम करके अपने भाषण की शुरुआत की थी.
योगी सरकार के कार्यकाल में हजारों किमी की सड़कें बनीं : PMप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यूपी की पूर्व की सरकारों को यूपी के समग्र विकास की कोई चिंता नहीं थी. यूपी पिछली सरकारों ने मेरा साथ नहीं दिया. योगी सरकार की टीम की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि योगी सरकार के कार्यकाल में हजारों किलोमीटर की सड़कों का निर्माण किया गया है. उन्होंने कहा, ‘यूपी के कोने-कोने को जोड़ा जाना जरूरी है. यूपी की पिछली सरकारों के लिए विकास का अर्थ सिर्फ अपने परिवार का विकास होना ही मायने रखता था.’ उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की मदद से यूपी में विकास कार्यों में रफ्तार आएगी. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे विकास की खाई को कम करेगा.
पीएम मोदी ने पिछली सरकारों को घेराउन्होंने अपने भाषण में कहा, ‘यूपी को कुछ लोग किसी बात की सजा दे रहे हैं. इसलिए मुझे जब यूपी के विकास का आप लोगों ने अवसर दिया तो मैंने यहां विकास के कई कार्य करवाए. मैंने गरीबों के घर बनवाए, महिलाओं को खुले में न जाना पड़े इसके लिए शौचालय बनवाए. न जाने कितने विकास कार्य करवाए.’ उन्होंने पिछली योगी सरकार से पहले की सपा और बसपा की सरकारों पर निशाना भी साधा. उन्होंने कहा, ‘यूपी की पिछली सरकार में मैंने कई विकास कार्य करवाए थे. मगर उस समय के नेता एयरपोर्ट से मेरा स्वागत करके गायब हो जाते थे. वे विकास कार्य के लिए मुझे कोई बधाई नहीं देते थे.’ उन्होंने कहा, ‘वे इसलिए गायब हो जाते थे क्योंकि वे जानते थे कि विकास कार्यों का वे कोई हिसाब दे ही नहीं पाते थे.’
जो सफलता देख नहीं पाए वे सफलता पचा नहीं पाते : PM मोदीउन्होंने कहा, ‘आज यूपी की विकास का सपना पूरा नहीं हो पा रहा है. उन्होंने तंज करते हुए कि विरोधी लोग योगी सरकार की सफलता को पचा नहीं पा रहे हैं. मैं उनकी तड़प देख रहा हूं. मैं समझ सकता हूं कि वे कितने बेचैन हैं. जो सफलता को देख ही पाए वे योगी सरकार की सफलता को कैसे पचा सकते हैं.’ अंत में उन्होंने भारत माता के जयकारे लगाने के साथ ही अपने भाषण को समाप्त किया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संबोधन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रिमोर्ट दबाकर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करने के लिए आमंत्रित किया गया. इस बीच तालियों की गड़गड़ाहट के साथ ही सुल्तानपुर का नज़ारा ही बदल गया. इसके बाद मिराज, सुखोई और जगुआर ने उड़ान भरते हुए सभी का मन मोह लिया. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ एवं राज्यपाल आनंदी पटेल भी मौजूद रहीं.
इस अवसर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे केवल आवागमन का माध्यम नहीं है बल्कि पूर्वी उत्तर प्रदेश जो भौतिक विकास को हासिल करने में असफल हुआ था. उसे विकास की दिशा में ले जाने वाला पथ होगा. उन्होंने इससे पूर्व कहा कि कोरोना काल में जब दुनिया परेशान थी तब पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा था.
अच्छे प्रबंधन के चलते सपना हुआ साकार : योगीउन्होंने इस अवसर पर पीएम मोदी की सराहना करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में ही यूपी को मेट्रो की सौगात मिली है. मात्र तीन साल पहले इस योजना की घोषणा की गई थी. इतनी तेजी से 341 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कार्य हो गया है. अच्छे प्रबंधन के चलते इस पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का इतनी तेजी से निर्माण किया गया है.