Agra News: ताजनगरी के थाना जगदीशपुरा में हिरासत में रखकर अवैध वसूली के मामले में एसएसपी ने पहले ही तीन दरोगा समेत छह पुलिसकर्मियों पर निलंबन की कार्रवाई की थी. इसके बाद अब बुधवार को एसएसपी की गाज थाना प्रभारी पर भी गिरी और उन्हें लाइन हाजिर कर दिया गया. थाने के तीन दरोगा और तीन सिपाहियों पर गैंगस्टर से रकम लेकर 2 लोगों को हिरासत में लेने और उसे छोड़ने के नाम पर वसूली का आरोप था. इसके बाद विभागीय जांच में सभी छह पुलिसकर्मी दोषी पाए गए और उन सभी को निलंबित कर दिया गया.
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प्राप्त जानकारी के अनुसार गैंगस्टर सनी कबाड़िया से रुपए लेकर पुलिस ने अमित और जितेन्द्र नाम के दो लोगों को हिरासत में लिया था. और उन्हें छोड़ने के नाम पर उनसे लाखों रुपए की वसूली की गई थी. जब यह मामला अधिकारियों के पास पहुंचा तो दोनों को जुआ अधिनियम में जेल भेज दिया गया. जिसके बाद एसएसपी ने शिकायत के आधार पर इस मामले की जांच कराई. जिसमें दरोगा ऋषि पाल सिंह, अर्जुन प्रताप सिंह और मनोज कुमार के साथ-साथ सिपाही राजीव कुमार, दीपक राणा व गौरव दोषी पाए गए. एसएसपी ने उन्हें प्रारंभिक जांच के आधार पर निलंबित कर दिया.
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एसएसपी ने बताया इन सभी पुलिसकर्मियों की विभागीय जांच शुरू कर दी गई है. एसपी सिटी विकास कुमार को जांच सौंपी गई है. आरोपों के संबंध में साक्ष्य भी जुटाए जा रहे हैं. और जांच में दोषी पाए जाने पर पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा भी लिखा जा सकता है. वहीं उन्होंने बताया कि इस मामले में थाना प्रभारी जगदीशपुरा प्रवेंद्र कुमार भी जांच के दायरे में हैं. थाने में पुलिस ने 2 लोगों को अवैध विरासत में रख कर जेल भेजा. और ऐसे में थाना प्रभारी पर पर्यवेक्षण की जिम्मेदारी होती है उन्होंने इस में लापरवाही बरती जिस पर उन्हें लाइन हाजिर कर दिया गया है.
रिपोर्ट : राघवेंद्र गहलोत