Kanpur News: कानपुर में एक शातिर अपराधी को पेशी के लिए जिला जेल से हमीरपुर कोर्ट ले जाया गया था. इस दौरान सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने रास्ते में कल्पपृक्ष मंदिर में अपराधी को दर्शन कराए. दर्शन के बाद उसके खाने-पीने का बढ़िया इंतजाम भी कराया. इस पूरे मामले का किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया. वीडियो वायरल होने के बाद सुरक्षा में तैनात 4 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया.
दरअसल, मौदहा हमीरपुर के रहने वाला लाला शफाक कई बड़ी घटनाओं में आरोपी है. इसके अलावा हत्या के एक केस में वह सजा काट रहा है. 2015 में उसे कानपुर जेल में शिफ्ट किया गया था. सोमवार को हमीरपुर कोर्ट में उसकी पेशी थी. पुलिस लाइन से उसे हमीरपुर ले जाया गया था. इस दौरान आरोपी के साथ चालक हेड कांस्टेबल राजेंद्र कुमार, हेड कांस्टेबल राजवीर सिंह, हेड कांस्टेबल गणेश यादव और हेड कांस्टेबल उपदेश यादव मौजूद थे.
आरोपी की पेशी होने के बाद चारों पुलिसकर्मी लाला सफाक के साथ स्थानीय मंदिर में चले गए. इस दौरान किसी ने उनका वीडियो बना लिया. वीडियो वायरल होने के बाद डीसीपी हेडक्वाटर संजीव त्यागी ने चार पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया.
वहीं, पूरे मामले में पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीणा का कहना है कि, बंदी को पेशी में के लिए ले जाने वाले वाले पुलिसबल को सिर्फ न्यायालय में ले जाने की अनुमति होती है. इसके अलावा कहीं भी ले जाने का कोई भी आदेश नहीं दिया जाता है. इसके बाद भी उक्त बंदी की सुरक्षा में गये पुलिसकर्मियों ने उसे मंदिर में दर्शन कराये. उन्होंने बताया कि पेशी के दौरान बंदी के साथ गये सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है.
रिपोर्ट: आयुष तिवारी