Varanasi News: काशी विश्वनाथ मंदिर में महाशिवरात्रि की तैयारियों को लेकर वाराणसी प्रशासन पूरी तरह से मुस्तेद है. मंदिर परिसर में बढ़ती भीड़ को देखते हुए कुछ दिनों पहले ही मंदिर प्रशासन ने एक ऐप लॉन्च किया है. जिस पर दर्शनार्थी पहले से ही टिकट बुकिंग के साथ ही मन्दिर प्रशासन को अपने आने वाले मार्गो की जानकारी दे सकते हैं.
इस बार गंगा जलमार्ग द्वारा सीधे बाबा धाम में भक्तों के पहुचने की तैयारियों को लेकर भी दर्शनार्थियों में रोचकता बनी हुई है. इसके अलावा भी 1 मार्च को होने वाले महाशिवरात्रि को देखते हुए मन्दिर प्रशासन ने नई व्यवस्थाएं लागू की है, जिसके अंतर्गत माला, फूल सहित अन्य पूजन सामग्री के लिए मंदिर के चारों प्रवेश द्वार पर बड़े पात्र रखे जाएंगे. ऐसी तमाम जानकारियों को कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने मीडिया से साझा किया.
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने 1 मार्च को महाशिवरात्रि के मद्देनजर काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन की तैयारियों को लेकर बताया कि, कोरोना संक्रमण काल के बाद होने वाले आयोजनों को भव्य बनाने के लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. बाबा विश्वनाथ के दरबार में महाशिवरात्रि पर पहली बार गंगा द्वार से श्रद्धालु प्रवेश करेंगे. ललिता घाट से गंगा जल लेकर श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के दरबार में प्रवेश करेंगे.
परंपरागत शिव बरात के आयोजनों के साथ ही शहर के शिव मंदिरों में भी महाशिवरात्रि के आयोजन की तैयारियां चल रही हैं. 26 फरवरी से ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत हो चुकी है. महाशिवरात्रि पर काशी विश्वनाथ धाम के भक्त ऑनलाइन ऐप के माध्यम से लाइव दर्शन भी कर सकेंगे. महाशिवरात्रि पर इसी ऐप के जरिये भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा प्रबंधन की तैयारी है. बाद में एप में लाइव दर्शन-पूजन और आरती देखने की भी व्यवस्था होगी.
महाशिवरात्रि वाले दिन जो लाइन लगेगी उसमें हर 50 – 50 मीटर पर एलईडी स्क्रीन लगी रहेगी. यहां श्रद्धालुओं के लिए पानी बोतले व लाइव दर्शन की सुविधा जगह जगह उपलब्ध रहेगी. कुल मिलाकर इस महाशिवरात्रि को विशेष बनाने की हमने पूरी तैयारी कर रखी है. इसबार वीआईपी दर्शन करने वालो के लिए हमने अपील की है वे इसदिन कम आये और यदि आये तो शाम के वक्त दर्शन करने आये. इस बार भी केवल झांकी दर्शन रहेगा किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नही होगी.
रिपोर्ट- विपिन सिंह