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President Election 2022: राष्ट्रपति चुनाव अखिलेश यादव के लिए बनी बड़ी मुसीबत, अपनों ने ही किया बगावत

President Election 2022: राष्ट्रपति चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश में भी सियासी माहौल गरमाया हुआ है. ये चुनाव द्रौपदी मुर्मू और यशवन्त सिन्हा से ज्यादा अखिलेश यादव के लिए चुनौती बनता जा रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 9, 2022 1:10 PM

President Election 2022: राष्ट्रपति चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश में भी सियासी माहौल गरमाया हुआ है. ये चुनाव द्रौपदी मुर्मू और यशवन्त सिन्हा से ज्यादा अखिलेश यादव के लिए चुनौती बनता जा रहा है. शनिवार को एनडीए की राष्ट्रपति प्रत्याशी द्रौपदी मु्र्मू राजधानी लखनऊ में थीं, जहां उन्होंने एनडीए के साथ ही साथ बाकि पार्टियों के नेताओं से भी समर्थन की अपील की. इसी कड़ी में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) ने बड़ा ऐलान किया. शिवपाल यादव ने आज समाजवादी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए एनडीए की प्रत्याशी को ही वोट देने का ऐलान कर दिया.

शिवपाल यादव ने कहा है कि समाजवादी पार्टी मुझे लगातार इग्नोर कर रही है, मुझे किसी बैठक में बुलाया नहीं जाता है. लेकिन शुक्रवार को जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से मुझे बुलावा आया तो मैं तो मैं डिनर में गया था. उन्होंने कहा कि मैं राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) को ही अपना वोट दूंगा. वहीं सपा की सहयोगी पार्टी सुभसपा के भी तेवर अगल ही नजर आ रहे हैं. ऐसा कहना गलत नहीं होगी की अखिलेश यादव के लिए राष्ट्रपति चुनाव एक बड़ी मुसीबत बन कर सामने आया है.

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बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने द्रौपदी मुर्मू के सम्मान में अपने सरकारी आवास 5 कालिदास मार्ग पर भोज रखा था. इस रात्रिभोज में सुभासप चीफ ओमप्रकाश राजभर, शिवपाल सिंह यादव भी शामिल हुए थे. इससे पहले राष्ट्रपति पद के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा बीते गुरुवार को लखनऊ पहुंचे थे. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने उनका स्वागत किया था. समाजवादी पार्टी (SP) विधायक शिवपाल यादव और ओपी राजभर नहीं पहुंचे थे. वहीं ऐसी भी खबर सामने आ रही है कि मर्मू को सुभासपा के 6 विधायक, जनसत्ता दल के 2 विधायक और एक एमएलसी के साथ बसपा के 10 सांसद, एक विधायक और एक एमएलसी और सपा के एक विधायक का समर्थन मिल गया है.

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