Varanasi News: वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित केंद्रीय विद्यालय के कक्षा नौवीं के छात्र मयंक यादव के आत्महत्या का मामला तेजी से तूल पकड़ता जा रहा है. इस मामले को लेकर मृत छात्र की बहन की अगुवाई में दर्जनों की संख्या में छात्रों ने स्कूल के गेट के आगे बैठकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया. आक्रोशित छात्रों का कहना है कि वे मृतक छात्र मयंक को न्याय दिलाने के लिए यह सब कर रहे हैं.
छात्रों का आरोप है कि मयंक की आत्महत्या के पहले उसके द्वारा स्कूल में सिर्फ मोबाइल ले जाने पर प्रिंसिपल ने बुलाकर उसे अपने ऑफिस में कई थप्पड़ मारे थे और उसके पिता को भी बेइज्जत किया. जिससे आहत होकर मयंक ने अपने घर जाकर आत्महत्या कर ली. छात्रों ने आरोप लगाया कि स्कूल के प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल का ऐसा ही रवैया बाकी छात्रों के साथ भी है. लिहाजा उन्हें तत्काल सस्पेंड करके उनके खिलाफ पुलिस की कार्रवाई हो और उनका मानसिक परीक्षण भी किया जाए. इस दौरान छात्रों के हाथ में पोस्टर और बैनर भी मौजूद रहा जिसमें वी वांट जस्टिस का स्लोगन भी लिखा हुआ है.
छात्रों का आरोप है कि विगत 4 वर्षों से आए दिन प्रधानाचार्य दिवाकर सिंह और उप प्रधानाचार्या विनीता सिंह द्वारा छात्रों पर अत्याचार मारना पीटना स्कूल से निकालने की धमकी देना आम बात हो गई थी. जिसकी लगातार केंद्रीय विद्यालय संगठन बाल संरक्षण आयोग से शिकायत भी की जा रही थी. बावजूद उसके कोई कार्यवाही ना होने के कारण प्रधानाचार्य और उप प्रधानाचार्या समेत चपरासी आनंद एवं कई शिक्षकों का रवैया छात्रों के प्रति हिटलर जैसा था. वही, प्रधानाचार्य 4 दिन पहले प्रार्थना सभा में छात्रों को 6 महीने सस्पेंड करने की धमकी भी दे रहे थे. हमारे विद्यालय का छात्र मयंक को प्रधानाचार्य एवं उप प्रधानाचार्य ने 25 से 30 थप्पड़ मारा था और उसके माता-पिता की भी बेइज्जती की थी.
केंद्रीय विद्यालय काशी हिंदू विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले कक्षा 9 के छात्र मयंक यादव ने रविवार रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. सीर गोवर्धनपुर निवासी संतोष यादव के बेटे मयंक यादव के आत्महत्या को लेकर उनके परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा है कि मयंक स्कूल में मोबाइल के साथ पकड़ा गया था. वह स्कूल में मोबाइल निकालकर वीडियो बना रहा था. इस वजह से वाइस प्रिंसिपल ने उसे एक सप्ताह के लिए सस्पेंड कर दिया. इसके साथ ही पैरेंट्स टीचर मीटिंग में बेटे के सामने पिता को भला-बुरा कहा गया था. मयंक इस वजह से आहत बताया जा रहा था. इसीलिए उसने यह आत्मघाती कदम उठाया.
रिपोर्ट : विपिन सिंह