महापंचायत में बोली प्रियंका गांधी, इस देश का दिल किसान हैं उन्हें आतंकी कहा गया, 215 किसान शहीद हो गये
प्रियंका गांधी ने कहा, इसमें खामियां हैं, ये संभव है कि आपके साथ फसल का समझौता करने वाले बाद में मना कर दे लेकिन आप अदालत नहीं जा सकते. अपने हक के लिए नहीं लड़ सकते हैं. एक तरफ आप और आपकी छोटी सी खेती दूसरी तरफ पीएम के बड़े- बड़े खरबपति मित्र.
प्रियंका गांधी वाड्रा ने आज किसान महापंचायत में किसानों को संबोधित किया. सबसे बड़ा अहसान जनता नेता पर करती है, नेता जनता पर कोई अहसान नहीं करता. इस वक्त देश की जो स्थिति है आप मुझसे बेहतर समझते हैं. ऐसा वक्त है जब 90 दिनों से लाखों किसान दिल्ली के बाहर बैठे हुए हैं संघर्ष कर रहे हैं आंदोलन कर रहे हैं.
LIVE: Smt. @priyankagandhi addresses Kisan Panchayat in Muzaffarnagar,UP. #Kisan_Sang_Priyanka_Gandhi https://t.co/JUCqAqBHZj
— UP Congress (@INCUttarPradesh) February 20, 2021
सभा में प्रियंका गांधी ने कहा, 215 किसान शहीद हुए, बिजली काटी गयी उन्हें मारा गया. दिल्ली की सीमा को ऐसे बनाया गया जैसे देश की सीमा थी. जो किसान अपने बेटे को देश की सीमा पर रखवाली करने के लिए भेजता है उसे अपमानित किया गया. किसानों को देशद्रोही और आतंकी कहा. प्रधानमंत्री ने उन्हें आंदोलनजीवी कहा. हमारे देश का दिल किसान है.
प्रियंका गांधी ने नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री ने गन्ना भुगतान करने की बात कही थी आपको मिला, किसानों की आय दोगुणी होनी थी हुई. पूरे देश में 15 हजार करोड़ गन्ना का भुगतान होना है.
प्रधानमंत्री ने अपने लिए दो प्लेन खरीद लिये उनकी कीमत 16 हजार करोड़ रुपये है, आपके गन्ने के भुगतान से ज्यादा. पिछले चार सालों में गन्ने की कीमत नहीं बढ़ी. 20 हजार करोड़ सुंदरीकरण में खर्च हो रहा है लेकिन आपके लिए पैसे नहीं है. साल 2018 में 60 रुपये डीजल मिलता था कहीं आज 80 तो कहीं 90. बिजली के बिल बढ़ रहे हैं, गैस की कीमत बढ़ रही है लेकिन गन्ने का दाम नहीं बढ़ें.
यहां उन्होंने सरकारी एमएसपी और प्राइवेट मंडियों में फर्क गिना दिया. उन्होंने कहा, अगर ये आ गये तो अपनी मरजी करेंगे. कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग होगी जिसमें अमीर लोग आयेंगे और सौदा करेंगे.
प्रियंका गांधी ने कहा, इसमें खामियां हैं, ये संभव है कि आपके साथ फसल का समझौता करने वाले बाद में मना कर दे लेकिन आप अदालत नहीं जा सकते. अपने हक के लिए नहीं लड़ सकते हैं. एक तरफ आप और आपकी छोटी सी खेती दूसरी तरफ पीएम के बड़े- बड़े खरबपति मित्र.
जिस तरह से प्रधानमंत्री ने पूरे देश को दो तीन मित्रों को बेचा है. उसी तरह आपकी जमीन आपकी कमाई खरबपति मित्रों को बेचना चाहते हैं. मैं जानती हूं कि आप कितना संघर्ष कर रहे हैं. पूरा देश नहीं पूरी दुनिया समझ रही है. पुरानी कहानियों में अहंकारी राजा था उसी तरह प्रधानमंत्री भी उसी तरह बन गये हैं.
कृषि कानूनों को लेकर किसान लगातार आंदोलन कर रहे हैं. दिल्ली सीमा पर आज भी किसान डटे हैं. इस आंदोलन का समर्थन विपक्षी पार्टियां भी कर रही है. कांग्रेस सदन में और बाहर भी लगातार किसानों के मुद्दे को सामने रख रहा है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा मुजफ्फरनगर के बघरा में किसान महापंचायत को संबोधित किया .
पूरे इलाके में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं. इससे पहले मेरठ में उनका जोरदार स्वागत हुआ था. मेरठ से बड़ी संख्या में किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर महासभा में पहुंच रहे हैं. उधर, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने भी शुक्रवार से ही रैली स्थल पर डटे हैं.
Also Read: महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े, इन जगहों पर स्कूल – कॉलेज बंद करने का फैसला
यह आंदोलन कई मायनों में अहम है विशेषज्ञों की मानें तो यह विधानसभा चुनावों की तैयारी है. विपक्ष इसे एक अवसर के रूप में देख रहा है . महापंचायत ‘जय जवान-जय किसान’ अभियान के तहत आयोजित की जा रही है. देश के 27 जिलों में कृषि कानूनों के विरोध में अभियान के तहत महापंचायत करने का निर्णय लिया है. इसकी शुरुआत सहारनपुर से हुई. प्रियंका गांधी ने पहले सहारनपुर में पूजा पाठ और इबादत, फिर प्रयागराज में संगम स्नान किया था जिसकी खूब चर्चा हुई.