प्रियंका गांधी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस को याद कर किया ट्वीट, पुण्यतिथि पर इन तस्वीरों को किया साझा…
लखनऊ: भारत को आजाद कराने वाले नायकों में अग्रणी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की आज मंगलवार को 75वीं पुण्यतिथि है. जिसे लेकर अलग-अलग राजनीतिक दलों के नेताओं ने ट्वीट किया है और उन्हें याद करते हुए श्रद्धांजलि दी है. वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी आज ट्वीट कर उनकी तस्वीरें साझा की हैं और श्रद्धांजलि दी है.
लखनऊ: भारत को आजाद कराने वाले नायकों में अग्रणी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की आज मंगलवार को 75वीं पुण्यतिथि है. जिसे लेकर अलग-अलग राजनीतिक दलों के नेताओं ने ट्वीट किया है और उन्हें याद करते हुए श्रद्धांजलि दी है. वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी आज ट्वीट कर उनकी तस्वीरें साझा की हैं और श्रद्धांजलि दी है.
प्रियंका गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा
प्रियंका गांधी ने आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस को याद करते हुए लिखा कि हमारे हीरो सुभाष चंद्र बोस एक आजाद व खुदमुख़्तार भारत के लिए लड़े थे जिसका मजबूत लोकतंत्र हरएक इंसान की अभिव्यक्ति की रक्षा करेगा.
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देश की आवाज को दबाने और दूषित करने वालों पर साधा निशाना
वहीं अपने इसी ट्वीट के जरिए उन्होने लिखा कि आज देश की आवाज को दबाने और दूषित करने के खिलाफ दृढ़ता से खड़ा होना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी.
हमारे हीरो #SubhashChandraBose एक आजाद व खुदमुख़्तार भारत के लिए लड़े थे जिसका मजबूत लोकतंत्र हरएक इंसान की अभिव्यक्ति की रक्षा करेगा।
आज देश की आवाज को दबाने और दूषित करने के खिलाफ दृढ़ता से खड़ा होना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
जय हिंद pic.twitter.com/NTlhVZeM3q
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 18, 2020
18 अगस्त, 1945 को एक विमान दुर्घटना में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मौत हुई
बता दें कि 18 अगस्त, 1945 को एक विमान दुर्घटना में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मौत हुई थी. हालांकि उनके मौत को लंबे समय तक विवाद बना रहा. जिसमें एक वर्ग इसको मानने से इंकार करता रहा कि उस विमान हादसे में नेताजी शिकार हुए थे.
नेताजी की मौत की जांच के लिए कई आयोग बने
कुछ लोग यह भी मानते रहे कि उत्तराखंड में कई सालों तक रहने वाले जिस स्वामी शारदानंद की मौत 14 अप्रैल, 1977 को हुई थी, दरअसल में वे नेताजी ही थे. हालांकि, सरकार इससे इनकार करती रही. नेताजी की मौत की जांच के लिए कई आयोग (मुखर्जी आयोग, खोसला आयोग आदि) बने.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya