संवाद न्यूज एजेंसी: कानपुर के रियल एस्टेट कारोबारी मनीष गुप्ता की गोरखपुर में पुलिस कर्मियों की पिटाई से हुई मौत मामले में कार्रवाई जारी है. वहीं, पीड़ित परिवार से मिलने का कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का कार्यक्रम शुक्रवार को रद्द हो गया. कांग्रेस के स्थानीय पदाधिकारियों के अनुसार प्रियंका गांधी का दौरा रद्द कर दिया गया है. योगी सरकार ने पीड़ित परिवार की सभी मांगों को मान लिया है. इस कारण प्रियंका गांधी वाड्रा कानपुर आने की बजाय लखनऊ से सीधे दिल्ली वापस लौट गईं.
इसके पहले गुरुवार को कांग्रेस विधायक नौशाद आलम मंसूरी ने बताया था कि प्रियंका गांधी मनीष गुप्ता के परिजनों से मिलने आने वाली हैं. वहीं, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने गुरुवार को बर्रा स्थित आवास पर जाकर मृत कारोबारी के परिवार से मुलाकात की थी. उन्होंने परिवार को 20 लाख रुपए मदद देने का ऐलान भी किया था. मृत कारोबारी के आवास पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया. जब पुलिस सीएम योगी से मुलाकात करवाने के लिए कारोबारी की पत्नी को घर से ले जाने आई थी.
सपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया था कि पुलिस पीड़ित की पत्नी को अखिलेश यादव से मिलने से रोकना चाहती है. उनके विरोध के कारण पुलिस वहां से लौट गई. अखिलेश यादव के जाने के बाद दोपहर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन पर परिवार की उनसे मुलाकात कराई गई. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कानपुर विकास प्राधिकरण में विशेष कार्याधिकारी का पद सृजित करके मृतक की पत्नी को नौकरी देने के आदेश दिए. वहीं, पीड़ित परिवार की अन्य दूसरी मांगें भी मानने की घोषणा की थी.
दरअसल, सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद मृत कारोबारी मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता ने पत्रकारों से कहा था कि वो सीएम से मिलने के बाद संतुष्ट हैं. बल्कि उनकी आभारी भी हैं कि उन्होंने बहुत अच्छी तरह से उनकी बातें सुनी. इसके बाद प्रियंका गांधी का उनसे मिलने का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया. कहा जा रहा है कि स्थानीय नेताओं के फीडबैक के बाद उन्होंने नहीं आना ही बेहतर समझा.